कर्ण सिंह रानोलिया ने सलेमगढ़ की कुम्हार धर्मशाला में निर्माण कार्यों का उद्धघाटन किया

हिसार, 31 अगस्त।
प्रदेश की भाजपा सरकार सबका साथ-सबका विकास के मूलमंत्र के साथ समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए योजनाएं क्रियाविंत करने का काम कर रही है। आज हमारा प्रदेश प्रगति के पथ पर अग्रसर है। पूरे प्रदेश में समान विकास कार्य करवाए जा रहे हैं।
यह बात भाजपा के प्रदेश सचिव एवं माटी कला बोर्ड के पूर्व चेयरमैन कर्ण सिंह रानोलिया ने आज गांव सलेमगढ़ स्थित कुम्हार धर्मशाला में हॉल व चारदीवारी के उद्घाटन अवसर पर कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता रामधारी नोखवाल ने की। इस अवसर पर गांव के सरपंच महेंद्र सिंह  सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। धर्मशाला में विकास कार्य मुख्यमंत्री विकास निधि द्वारा करवाए गए हैं।
प्रदेश सचिव एवं माटी कला बोर्ड के पूर्व चेयरमैन ने ग्रामीणों से बातचीत में कहा कि किसानों के हित में बनाए गए नए कानून से किसानों को फसलों की अच्छी कीमतें प्राप्त होंगी। किसान अब अपनी फसलें कहीं पर भी जाकर बेच सकेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों के सामने बेहतर विकल्प यह होंगे कि उनको उनकी फसल के दाम कहां बढिय़ा मिलते हैं। प्रधानमंत्री किसान योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले 6 हजार रुपये की सहायता से छोटे किसानों को बड़ी राहत मिल रही है।
उन्होंने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार पूरी तरह कटिबद्ध है। प्रदेश सरकार की सोच है कि किसान सुखी होगा तो समाज का प्रत्येक वर्ग सुखी होगा। फसलों की ज्यादा पैदावार बढ़ाने के लिए संचार सुविधाएं बढ़ाने के साथ ही जहरीली हो रही खेती बचाने व जमीन की उपजाऊ शक्ति बढ़ाने के लिए सरकार प्राकृतिक व कम बजट खेती को प्रोत्साहन देने की योजना पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं के पास जनहित में कहने को कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने केवल सरकार द्वारा जनहित में लिए जा रहे फैसलों का विरोध करना ही अपना धर्म और कर्म मान लिया है।


प्रदेश सचिव ने कहा कि समाज के पिछड़ा, कमजोर, अनसूचित जाति वर्ग के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाओं को क्रियाविंत करने का काम किया जा रहा है। इस अवसर पर सुभाष जैन, मुनीश ऐलनाबादी, जेपी पाहवा, रामेश्वर, मनी राम, राम किशन, वजीर, राम किशन जोगी, धर्मबीर, सुभाष, ईश्वर, कृष्ण, सरजीत, राजेश, रामकुमार, मेहर सिंह व सत्यनारायण सहित पार्टी के पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं ग्रामीण उपस्थित थे।