चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के नए कुलपति ने संभाला कार्यभार

विश्वविद्यालय को प्रगति के  पथ पर ले जाना ही मुख्य लक्ष्य : प्रोफेसर समर सिंह
विश्वविद्यालय के नाम व प्रसिद्धि के लिए सेवा भाव से काम करना प्राथमिकता : कुलपति


यूनिक हरियाणा हिसार: 16 जुलाई
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय को प्रगति के पथ पर बढ़ते हुए नई ऊंचाइयों की ओर ले जाना ही मुख्य लक्ष्य होगा। इसके लिए काम को ही प्राथमिकता दी जाएगी। उक्त विचार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने कार्यभार संभालने के बाद कहे। इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय के सभी महाविद्यालयों के अधिष्ठाताओं व अधिकारियों के साथ बैठक भी की जिसमें सामाजिक दूरी व मास्क का विशेष ध्यान रखा गया। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक व गैर-शिक्षक वर्ग की यह जिम्मेदारी बनती है कि विश्वविद्यालय के हित में सभी को मिलकर काम करना होगा। उनकी प्राथमिकता में किसानों को विश्वविद्यालय के सहयोग से अधिक से अधिक सुविधा मुहैया करवाना, विश्वविद्यालय के बाहरी केंद्रों पर शोध गतिविधियों को बढ़ावा देना, सकारात्मक सोच के साथ काम करना व विद्यार्थियों को विदेशी तर्ज पर शिक्षा मुहैया करवाना शामिल होंगे। कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के नाम व प्रसिद्धि के लिए सभी को सेवाभाव से मिलकर काम करना होगा। इसके लिए दूरगामी सोच व उसके सकारात्मक परिणाम को ध्यान में रखकर ऐसी योजना बनानी होंगी जो विश्वविद्यालय को प्रगति के शिखर पर ले जाएं। उन्होंने ग्रामीण परिवेश की महिलाओं से आह्वान किया कि वे विश्वविद्यालय में दिए जाने वाले विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण हासिल कर स्वरोजगार स्थापित करते हुए आत्मनिर्भर बन सकती हैं।


फोटो- कार्यभार संभालने के बाद विश्वविद्यालय के सभी महाविद्यालयों के अधिष्ठाताओं व अधिकारियों की बैठक लेते हुए।


विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों को ऐसी शिक्षा प्रदान करने पर जोर दिया जाएगा जिससे पढ़ाई पूरी होने के बाद विद्यार्थी स्वरोजगार स्थापित कर स्वावलंबी बन सकें। उन्होंने कहा कि इसके अलावा मशीनीकरण को बढ़ावा देते हुए किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में भी काम किया जाएगा। इस दौरान बैठक में कुलपति कार्यालय के ओएसडी डॉ. एम.के. गर्ग, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. बी.आर. कंबोज, अनुसंधान निदेशक व कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एस.के. सहरावत, स्नातकोत्तर अधिष्ठाता डॉ. आशा क्वात्रा सहित विश्वविद्यालय के सभी महाविद्यालयों के अधिष्ठाता व अधिकारी मौजूद थे।