अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग फ्री डे’ अवसर पर प्लास्टिक का प्रयोग न करने की सलाह : प्रोफेसर के.पी. सिंह

हिसार : 3 जुलाई
वर्तमान समय में प्लास्टिक का प्रयोग काफी बढ़ गया है। प्लास्टिक हमारे लिए हानिकारक है, लेकिन इसके दुष्प्रभावों को जानते हुए भी लोग बैग से लेकर चाय के कप के रूप तक हर चीज में इसका प्रयोग करते हैं। इसका नुकसान न केवल मासूम पशु-पक्षियों से लेकर पर्यावरण तक को हो रहा है बल्कि इससे आने वाली पीढिय़ों का जीवन भी काफी प्रभावित होगा। उक्त विचार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के.पी. सिंह ने व्यक्त किए। उन्होंने ‘अंतरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग फ्री डे’ के अवसर पर लोगों से आह्वान किया कि वे प्लास्टिक को अपनी दैनिक इस्तेमाल की जरूरतों में शामिल न करें, क्योंकि इसका प्रयोग हानिकारक है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक से होने वाले नुकसान और इसके बढ़ते प्रयोग को रोकने के लिए ‘अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग फ्री डे’ मनाया जाता है। प्लास्टिक एक हानिकारक पदार्थ है और बैग के रूप में इसका प्रयोग काफी अधिक होता है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक बैग की बजाए बहुत से अन्य विकल्प हैं, जिनसे पर्यावरण को नुकसान नहीं होता है और हमें अपने दैनिक जीवन में उनको अपनाना चाहिए। प्रोफेसर के.पी. सिंह ने बताया कि कोई भी इस बात से अनजान नहीं है कि प्लास्टिक कितना हानिकारक होती है। अन्य पदार्थ जहां मिट्टी में मिल जाते हैं, वहीं प्लास्टिक को सदियों तक गलाया भी नहीं जा सकता तथा यह मिट्टी, पानी आदि में मिल कर भी उन्हें दूषित करती है। कई शहरों में प्लास्टिक बैग पर बैन होने के बावजूद लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं, जो गलत है। उन्होंने कहा कि लोगों को प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने के लिए ही 3 जुलाई 2009 से पूरी दुनिया में ‘अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग फ्री डे’ मनाने की शुरुआत हुई थी। उन्होंने कहा कि कई सामाजिक संस्थाएं, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोगों को प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक कर रही हैं।