तलवंडी रुक्का के किसान के बांग में पानी की पाइप लाइन न जुडने के कारण 60 लाख रुपयो का हुआ नुक्सान

हिसार। गांव तलवडी रुक्का की वृदा अगंूरी देवी ने जेवर व खाना दानी जमीन बेच कर बागवानी व पोलीहाऊस शुरु किया। अनेकलोगों को स्थाई रोजगार दिया लेकिन कुछ दबंग लोगों ने उनके टयूबैल की पाइप लाइन गैर कानूनी तरीके से उखाड दिया जिसके कारण बाग व पोलीहाऊस में लगी सब्जिया सूख लगभग 60 लाख रुपयों का नुक्सान हो गया है इतनी ही नही 32 लोगों का रोजगार छिन गया है। इस मामले को सुलझाने के लिए ग्रामीणों से कई बार पंचायते हुई परंतु कोई समाधान नही निकला। पीडिता अंगूरी देवी व उनके बेटे किसान सुरेश गोयल ने इसी वर्ष फरवरी महीने उपायुक्त से टयूबैल की पाइप लाइन दोबारा से जुडवाने की गुहार लगा रखी है उनकी फाइल 4 महीने से अधिकारियों के पास घुम रही है परंतु उसकी कोई सुनवाई नही हुई है। उसकी हरियाणा के मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री, हिसार जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से मांग है उनकी पाइप लाइन को जुडवाया जाना चाहिए। उनकी मांग है कि बाग में लगे 12 हजार पेड पौधो को उजडने से रोकने लिए पाइप लाइन जोडी जाए। इस की खासियत यह है कि बाग में जर्मनी व साऊथ कोरिया के कृषि वैज्ञानिक भी यहां दौर कर चुके है। सुरेश गोयल इस बाग को हरियाणा के किसानों के लिए एक माडल बनाना चाहते है विकसीत माडल बनाना चाहते है जिसे देख कर किसानों की आय दोगुणी हो सके।
अंगूरी देवी ने बताया कि उसने वर्ष 2012 में अपने जेवर व खानदानी जमीन बेच कर गांव में सडक के साथ 60 कनाल 5 मरले जमीन श्री राम व उनके पुत्रों से खरीदी थी। इस जमीन पर बाग व पोलीहाऊस लगया। नहरी पानी के अतिरिक्त आवश्कता होने के कारण पानी की पूर्ति के लिए गांव स्याहडवा में नहर समीप एक कनाल जमीन खरीद ली। उसमें टयूबैल लगा लिया और रास्ते में आने वाली जमीन पर सरकार की हिदायतों के अनुसार जमीन के 3 फुट नीचे पाइप लाइन दबाकर अपने बांग में पानी लेकर आए। गांव दंबगों ने 19 नवंबर को  उनकी पाइप लाइन उखाड दी पानी की कमी के कारण बाग व पोली हाऊस लगी  सब्जिया सूख । सुरेश गोयल किसान सुरेश गोयल ने फरवरी महीने में जिला उपायुक्त को शिकायत दी थी।  पानी नही मिलने से उनका लभगग 60 लाख रुपयो का नुक्सान हो गया है। पानी न मिलने के लिए उन्हें मजबूरी में पानी के 10 से 12 पानी के टैंकर मंगवाने पड़ते जिसमें एक टैंकर की कीमत 500 रुपये रुपये है। सुरेश गोयल ने कहा कि उनका यही सपना था कि वे मुंबई से हिसार आकर हरियाणा के किसानों को बागवानी के प्रति किसानो को जागरुक करके उन्हे समृद बनाए बनाने का काम करेंगे। उन्होने बताया कि यहा जर्मनी साऊथ कोरिया के कृषि वैज्ञानिक उनके बाग में दौरा कर चुके है। हरियाणा के किसानों के लिए इस बाग को हरियाणा के विशेष विषेश माडल बनाने चाहते थे परंतु पानी की पाइप लाइन न मिलने के कारण 12 हजार पेड पौधे उजड रहे है। प्रशासन से अनुरोध है कि पाइप लाइन जल्दी से जल्दी जुडवाई जाए और जो लगभग 60 लाख रुपयों का नुक्सान हुआ है उसकी भरपाई करवाई जाए और 32 लोगों को रोजगार के अवसर जल्द मिल जाए।