कोरोना संक्रमित 80 प्रतिशत मरीज गृह एकांतवास से हो सकते हैं रोग मुक्त: उपायुक्त
हिसार, 15 जून।  

उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने बताया कि कोरोना संक्रमित 80 प्रतिशत मरीज केवल गृह एकांतवास के नियम का पालन करके रोग से मुक्त हो सकते हैं। घर या पड़ोस में कोरोना संक्रमित मरीज होने पर घबराने की नहीं बल्कि कुछ सावधानियां अपनाने की जरूरत होती है।

उपायुक्त ने बताया कि कोरोना संक्रमित जिन व्यक्तियों को चिकित्सक गृह एकांतवास की सलाह देते हैं, उन्हें अस्पताल में रहने की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि वे सामान्य नियमों का पालन करके घर पर बेहतर तरीके से रोग मुक्त हो सकते हैं। ऐसे मरीज अपने घर में परिवार से अलग एकांत कमरे में रहें और अन्य परिजनों से संपर्क काट दें। मरीजों को गृह एकांतवास की सुविधा तभी मिलती है जब वे यह अंडरटेकिंग देने को तैयार हों कि वे घर पर रहकर स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के सभी नियमों की पालना करेंगे। लक्षण शुरू होने के 17वें दिन के बाद, यदि अंतिम 10 दिनों में बुखार न हुआ हो और 10वें दिन की गई आरटी-पीसीआर जांच में कोरोना रहित मिलने की पुष्टि हो जाए तो गृह एकांतवास को समाप्त किया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि गृह एकांतवास के दौरान यदि मरीज को सांस लेने में कठिनाई हो, बुखार हो, छाती में दर्द या दबाव, मानसिक असमंजस, चेहरे व होठों पर नीलिमा इत्यादि की शिकायत हो तो उन्हें स्वास्थ्य कर्मी से संपर्क करना चाहिए। गृह एकांतवास में रहने वाले मरीजों को अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु एप अवश्य इंस्टाल करना चाहिए। मरीज हमेशा ट्रिपल लेयर मास्क पहनें और प्रत्येक 8 घंटे बाद इसे बदल लें। मास्क गीला होने पर तुरंत बदलना आवश्यक है और 1 प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइट घोल में धोकर इसका निस्तारण करें।

गृह एकांतवास में रहने वाले मरीज को केवल अपने कमरे में ही रहना चाहिए, घर के अन्य हिस्सों में घूमने पर वह अनजाने में परिवार के दूसरे सदस्यों को संक्रमित कर सकता है। मरीज को नियमित रूप से पानी व अन्य तरल पदार्थ जैसे चाय, जूस और पौष्टिक व संतुलित भोजन लेते रहना चाहिए। उसे अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन-पानी या एल्कोहल युक्त सैनेटाइजर से साफ करने चाहिए। मरीज को अपने बिस्तर, बर्तन, तौलिया व मोबाइल जैसी वस्तुएं किसी अन्य के साथ साझा नहीं करना चाहिए। 

उपायुक्त ने बताया कि गृह एकांतवास के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या आने पर जिले की कोरोना हेल्पलाइन सेवा के नंबर 1950 या 108 पर फोन करें। उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए हर व्यक्ति को स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन द्वारा जारी की जाने वाली गाइडलाइंस का पालन करना चाहिए। घर पर रहना, मास्क पहनकर बाहर निकलना, सामाजिक दूरी बनाए रखना, मुंह व नाक छूने से बचना व साबुन या सैनेटाइजर से हाथ साफ करने जैसी आदतों को अपनाकर हम आसानी से कारोना से बच सकते हैं।