यूनिक हरियाणा हिसार: 16 जून
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के भाषा और हरियाणवी संस्कृति विभाग के सहयोग से मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय ने 27 मई से 16 जून 2020 तक भाषा कौशल पर एक ऑनलाइन रिफ्रेशर पाठ्यक्रम का आयोजन किया। भाषा कौशल पर तीन सप्ताह के ऑनलाइन रिफ्रेशर कोर्स के वैलेडिक्ट्री फ़ंक्शन पर बोलते हुए कुलपति प्रो. के.पी. सिंह ने ऑनलाइन माध्यम से ऐसे प्रासंगिक पाठ्यक्रमों के संचालन में मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय के प्रयासों की सराहना की। कोरोना महामारी के चलते ऑनलाइन माध्यम से ऐसे पाठ्यक्रमों को आयोजित करना समय की आवश्यकता है और आगे भी इस प्रकार के पाठ्यक्रमों के संचालन के लिए निदेशालय को प्रोत्साहित किया। कुलपति महोदय ने बताया कि वैज्ञानिक उन्नति व उत्थान के लिए अगें्रजी भाषा का महत्व दिन प्रतिदिन बढता जा रहा है।
डॉ. एम.एस. सिद्धपुरिया, निदेशक, मानव संसाधन प्रबंधन ने भाषा कौशल के बारे में वैज्ञानिकों के ज्ञान को बढाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि कृषि और संबंधित क्षेत्रों में भाषा कौशल का बहुत महत्व है और इसकी प्रासगंकिता देखने को बनती है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि पहली बार मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय ने ऑनलाइन माध्यम से इतनी लंबी अवधि का कोर्स किया है। पाठ्यक्रम की निदेशक डॉ. अपर्णा ने पाठ्यक्रम के बारे में रिपोर्ट प्रस्तुत की और उन्होने बताया कि विभिन्न संचार माध्यमों के प्रवाह से जानकारी व सूचनाओं का आदान-प्रदान बढता है जिसकी आज के युग में नितांत आवश्यकता है।
संयुक्त निदेशक और पाठ्यक्रम समन्वयक श्रीमती मंजू महता ने बताया कि इस पाठ्यक्रम मे सभी प्रतिभागियों ने बहुत उत्साह व उमंग के साथ अपनी प्रतिभागिता निभाई। विभिन्न संकायों के कुल 44 वैज्ञानिकों और शिक्षकों ने पाठ्यक्रम के लिए अपना पंजीकरण कराया जिनमें से पांच प्रतिभागी राजस्थान और गुजरात राज्यों से हैं जबकि सात प्रतिभागी विश्वविद्यालय के विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्रों से हैं। पाठ्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को भाषा मे कुशलता, उच्चारण में सुधार और अग्रेंजी भाषा में अभिव्यक्ति विषयों पर विस्तार से जानकारी दी। डॉ. पूनम मोर, पाठ्यक्रम समन्वयक ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में भाषा कौशल पर तीन सप्ताह के ऑनलाइन रिफ्रेशर कोर्स का हुआ सफलतापूर्वक समपन्न