टिड्डïी के खतरे को देखते हुए कृषि विभाग ने लगाई अधिकारियों की ड्यूटी कहा, गांव में जाकर करें किसानों को जागरूक

हिसार, 21 मई।
जिला में टिड्डïी के आने के खतरे को देखते हुए कृषि विभाग ने विभाग के सभी अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर गांव में किसानों को जागरूक करने के लिए कहा है। कृषि विभाग ने डॉ. अरूण कुमार(9215809009) को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिला हिसार में कहीं भी टिड्डïी दल दिखाई पड़े या इससे संबंधित कोई भी जानकारी नोडल अधिकारी से ली व दी जा सकती है।
उन्होंने बताया कि टिड्डïी झुंड के रूप में चलता है तथा मादा टिड्डïी नरम मिट्टी में छेद करके 5 से 15 सेंटीमीटर गहरी उचित नमी में 60 से 80 अंडे देती है। अंडे चावल के दाने के समान 7 से 9 मी.मी. लंबे तथा पीले रंग के होते हैं। अंडों शिशु निकलते हैं उन्हें होपर या फुदका कहा जाता है जो कि सबसे ज्यादा नुकसान करता है। इनका रंग पीला, गुलाबी एवं काली धारियों युक्त होता है। उन्होंने बताया कि टिड्डïी के उडऩे की क्षमता 13 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा होती है तथा इसका झुण्ड 200 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है। टिड्डïी दल रात को  झाडिय़ों एवं पेड़ों पर विश्राम करती है तथा सुबह उडऩा प्रारंभ करती है। उन्होंने बताया कि टिड्डïी दल दिखाई देने पर डीजे, थाली, ढोल एवं खाली पीपे इत्यादि बजाकर जितना संभव हो सके बैठने से रोकें  तथा सरकार द्वारा सिफारिश की गई दवाई का छिडक़ाव करें और तुरंत इसकी जानकारी नोडल अधिकारी को दें। इसके साथ-साथ इसकी सूचना विभाग द्वारा बनाए गए हैल्प डेस्क नंबर 01662-225713 पर भी दे सकते हैं।