इस रविवार घरों में रहकर कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में सहयोग करें जिलावासी : गंगवा

हिसार, 20 मार्च।
हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा ने आमजन से आह्वïान किया है कि रविवार, 22 मार्च को जिलावासी यथासंभव अपने घरों में रहें और बाहर आने-जाने से फैलने वाले कोरोना के संक्रमण के चक्र को तोडऩे में सरकार की मदद करें। कोरोना रोग के खिलाफ लड़ी जा रही देशव्यापी लड़ाई में सभी नागरिक यदि मन से सहयोग करेंगे तो अगले 10-15 दिन में हम इसके चक्रव्यूह से बाहर निकल जाएंगे, जो हम सबकी एक सामूहिक जीत होगी।
डिप्टी स्पीकर ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोरोना रोग पर चिंता व्यक्त करते हुए लोगों के लिए, लोगों से, लोगों के द्वारा सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों में भारत के 130 करोड़ नागरिकों ने कोरोना नामक वैश्विक महामारी का डटकर मुकाबला किया है, आवश्यक सावधानियां बरती हैं। इसीलिए बीते कुछ दिनों से ऐसा भी लग रहा है जैसे हम संकट से बचे हुए हैं, सब कुछ ठीक है। लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना से निश्चिंत हो जाने की ये सोच सही नहीं है। इसलिए, प्रत्येक हम सबका सजग व सतर्क रहना बहुत आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार कोरोना के फैलाव के इस ट्रैक रिकॉर्ड पर पूरी तरह नजर रखे हुए है। नागरिक के रूप में आज हमें ये संकल्प लेना होगा कि हम स्वयं संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को भी संक्रमित होने से बचाएंगे। भीड़ से बचकर व घर से बाहर निकलने से परहेज करके हम इस संकल्प को पूरा कर सकते हैं। जिलावासियों से आग्रह है कि आने वाले कुछ सप्ताह तक, जब बहुत जरूरी हो तभी अपने घर से बाहर निकलें। जितना संभव हो सके, आप अपना बिजनेस या ऑफिस से जुड़ा काम अपने घर से ही करने को प्राथमिकता दें।
श्री गंगवा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को सुबह 7 से रात 9 बजे तक देशवासियों से जनता कफ्र्यू का आह्वïान किया है जो जनता के लिए, जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कफ्र्यू है। इस दौरान हम न घरों से बाहर निकलेंगे, न सडक़ पर जाएंगे, न मोहल्ले में कहीं जाएंगे। सिर्फ आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग ही 22 मार्च को अपने घरों से बाहर निकलेंगे। हमारा ये प्रयास, हमारे आत्म-संयम, देशहित में कर्तव्य पालन के संकल्प का एक प्रतीक होगा।
इस दिन हम ऐसे सभी लोगों को भी धन्यवाद अर्पित करें जो इस मुश्किल घड़ी में अपने आप को जोखिम में डालकर इस रोग पर नियंत्रण करने के लिए प्रयासरत हैं। इस समय हमारी आवश्यक सेवाओं पर, हमारे अस्पतालों पर भी दबाव है। इसलिए मेरा आग्रह है कि रूटीन चेक-अप के लिए अस्पताल जाने से जितना बच सकते हैं, उतना बचें। आपको बहुत जरूरी लग रहा हो तो चिकित्सक से फोन पर ही आवश्यक सलाह ले लें। दूध, खाने-पीने का सामान, दवाइयां, जीवन के लिए जरूरी ऐसी आवश्यक चीजों की कमी ना हो इसके लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं। इसलिए सभी से ये आग्रह है कि जरूरी सामान संग्रह करने की होड़ न लगाएं। आप सामान्य रूप से ही खरीदारी करें।