डाबड़ा में लाल डोरे की जमीन हथियाने के लिए दबंगो ने धमकाया तो दलित लड़की ने खाया जहर

पीड़िता ने लगाए पुलिस प्रशासन पर भी डराने के गम्भीर आरोप


हिसार,9 नवम्बर 2020


निकटवर्ती गांव डाबड़ा में फिर से एक दलित उत्पीड़न का मामला सामने आया है। पीड़ित पक्ष की तरफ से लगाए गए आरोपों के अनुसार लाल डोरे की 22 साल पहले खरीदी गई प्लाट व मकान को हड़पने के लिए पड़ोसी दबंग उसे लगातार डरा धमका रहे थे।आरोप यह भी है कि जब मकान खाली नही किया तो दबंगो ने पुलिस से सांठगांठ कर उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी। इसी प्रताड़ना व डर के चलते सोमवार दोपहर को सुनीता की बेटी कविता ने जहर खा लिया। जो अब सिविल अस्पताल हिसार में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है।
दलित महिला सुनीता ने जय भीम आर्मी चेयरमैन संजय चौहान व बसपा नेता बजरंग इन्दल को बताया कि उनकी गांव डाबड़ा में लाल डोरे में मकान व प्लाट है। सरकार अब इनकी रजिस्ट्री कर रही है। दबंगो के मकान इसके साथ लगते है जिस कारण उनके मन मे लालच आया हुआ है। सुनीता ने कहा कि दबंग अजयवीर,ओमवीर व सन्दीप आदि उन पर मकान खाली करने का लगातार दबाब बना रहे थे। जिसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों को दी थी। जिस पर कोई कानूनी कार्रवाई नही हुई थी।उसके बाद 4 नवम्बर को एससी कमीशन को एक शिकायत भेजी थी। उस शिकायत पर एक डीएसपी दलबल के साथ गांव डाबड़ा पहुंचा उस पर सुनीता घर पर नही थी तथा उसकी बेटी कविता घर पर थी। पुलिस अधिकारी ने कविता को डराया धमकाया और आरोपियों का पक्ष लिया। डीएसपी ने कहा कि ये बड़े लोग झूठ क्यों बोलेंगे,आप लोग झुठे हो। उसके बाद उसी रात राजेन्द्र सिहाग और प्रेम ने भी डराया धमकाया। इसी डर के मारे सुनीता की बेटी कविता ने जहर खा लिया। जो अब सामान्य अस्पताल में उपचारधीन है।पीड़िता ने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए आरोपियों के खिलाफ़ कानूनी कार्यवाही की मांग की है।