कोरोना काल में ससुराल पहुंच गए मुंगेरी लाल

कोरोना काल में
ससुराल पहुंच गए मुंगेरी लाल

कोरोना काल का नहीं था ज्ञान,
मास्क लगाने का नहीं था ध्यान
ससुराल पहुंच गए मुंगेरी लाल
खड़े द्वार पर हो रहे लाल
कोरोना कॉल में कैसा मेहमान?
अंदर वालों ने लिया पहचान
ससुराल वाले सब हो गऐ परेशान
खोला गेट अंदर आ गए,
अकेले बैठे मुंगेरीलाल
ना आई चाय ना कोई पूछे हाल
मुंगेरीलाल हो गए बेहाल
मन ही मन कर रहे मलाल
पहले कभी नहीं हुआ ऐसा हाल
साला आया, दूर से पूछा हाल
इस समय में क्यों आए महान
कैसा कोरोना कैसा काल?
परवाह नहीं करता मुंगेरीलाल
गुस्से से चेहरा हो गया लाल
वापसी को कर दिया प्रस्थान
घर पहुंच सुनाया हाल,
बीवी बोली कोरोना काल मे
क्यों गए ससुराल?
भूत, भविष्य वर्तमान काल
सब को जानता यह मुंगेरीलाल
परंतु कभी नहीं देखा कोरोना काल
सभी ने मिलकर समझाया,
थोड़ा बहुत समझ में आया
तभी शांत हुए मुंगेरीलाल
ससुराल पहुंच गए मुंगेरीलाल

(पुष्कर दत्त),
1669-ए, सैक्टर 16-17, हिसार
मो. 9416338524