गौसेवा को समर्पित रहा गौपुत्र संपत सिंह का जीवन -हृदयगति रुक जाने से युवा अवस्था में हुआ निधन

हिसार 14 मई : अपना पूरा जीवन गौसेवा में समर्पित करने वाले गौपुत्र संपत सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे। मात्र 35 वर्ष की अल्पायु में बृहस्पतिवार प्रात: लगभग 8:30 बजे उनका हृदय गति रुक जाने से आकस्मिक निधन हो गया। उनका जन्म 25 जून 1984 को हुआ था।  संपत सिंह के पिता रमेश कुमार शिल्ला बीएसएनएल से रिटायर्ड उच्चाधिकारी हैं। उनके आकस्मिक निधन से शोक की लहर दौड़ गई। संपत सिंह पांच वर्षीय पुत्री व पांच माह के पुत्र के पिता थे। संपत सिंह का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव बालावास में दोपहर को किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में हरियाणा गौशाला संघ, गौसेवा हेल्पलाईन, भगवान परशुराम जन कल्याण संस्थान, मदद संस्था, जवाब दो- हिसार दो संस्था, प्रिंटिंग प्रेस एसोसिएशन सहित शहर के दर्जनों गौसेवी, सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधियों व अनेक गणमान्य लोगों ने उनके पैतृक गांव पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। ज्ञात रहे कि गौपुत्र संपत सिंह गौपुत्र राष्ट्रीय सेना के अध्यक्ष थे तथा पूरे राष्ट्र में गौपुत्र सेना संगठन गौसेवा व गौरक्षा के अभियान में जुटे हुए थे। इस संगठन से पूरे देश में लाखों की संख्या में सदस्य जुड़े हुए हैं।