H.A.U के दो दिवसीय वचुअल कृषि मेले में पूछे किसानों ने सवाल, वैज्ञानिकों ने दिए जवाब

मेले के लिए तीस हजार किसानों ने किया पंजीकरण, 45000 बार किया गया साइट को विजिट
हिसार : 13 अक्तुबर
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के प्रथम वर्चुअल कृषि मेले को लेकर किसानों में काफी उत्साह दिखा। मेले के लिए देशभर के करीब 30 हजार किसानों ने मोबाइल नंबर के माध्यम से पंजीकरण करवाया था। इसके अलावा विश्वविद्यालय का वर्चुअल कृषि मेला ऑनलाइन माध्यम से विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर लाइव चलता रहा जिसमें लगभग 34000 किसानों ने मेले को 45000 बार विजिट किया। साथ ही मेले के लिए तैयार वेबसाइट के पेजों को एक लाख छह हजार बार देखा गया। यह जानकारी देते हुए विस्तार शिक्षा निदेशालय के सह-निदेशक(किसान परामर्श केंद्र)डॉ. सुनील ढांडा ने बताया कि मेले में फिजिकली मेले की तुलना में अधिक किसानों ने भागीदारी की। किसानों ने प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम के दौरान बढ़-चढकर हिस्सा लिया और पशुपालन व कृषि से संबंधित सवाल-जवाब किए। किसानों के सवालों के जवाब विश्वविद्यालय की ओर से वैज्ञानिकों द्वारा दिए गए।
विभिन्न फसलों संबंधी पूछे सवाल
विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित वर्चुअल कृषि मेेले में किसानों के सवाल जवाब देने के लिए विभिन्न विभागों के वैज्ञानिक एबिक सेंटर में मौजूद रहे, जहां से मेले का संचालन किया गया। इस दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों से किसानों ने सवाल जवाब किए जिनका वैज्ञानिकों से बहुत ही सटीक तरीके से जवाब दिया। इस दौरान किसानों द्वारा गेहूं की फसल की विभिन्न बीमारियों, गेहूं की नई किस्मों व बिजाई के तौर-तरीकों को लेकर सवाल किए गए। इसी प्रकार धान की सीधी बिजाई, फसल विविधिकरण, बागवानी, कृषि वानिकी, पशुपालन, सब्जियों की खेती से संबंधित भी प्रश्न किए गए। प्रश्नोत्तर सत्र का संचालन विस्तार शिक्षा निदेशालय के सह-निदेशक(किसान परामर्श केंद्र)डॉ. सुनील ढांडा व सहायक निदेशक(पब्लिकेशन) डॉ. हवा सिंह सहारण ने किया। इस दौरान कीट विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. योगेश सचदेवा, सस्य विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. सतबीर सिंह पूनियां, मृदा विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मनोज शर्मा, पादप रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. अजीत राठी सहित अन्य वैज्ञानिक शामिल थे, जिन्होंने किसानों के सवालों के जवाब दिए।