अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा के लिए आधुनिक तकनीकों को अपनाना जरूरी : प्रोफेसर समर सिंह

जैविक खेती को बढ़ावा देने का किया आह्वान
हिसार : 12 अक्तुबर
वर्तमान दौर प्रतिस्पर्धा का दौर है और ऐसे में अंतरराष्ट्रीय बाजार में टिके रहने के लिए किसानों को आधुनिक तकनीकों को अपनाना बेहद जरूरी है। ये विचार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने व्यक्त किए। वे गांव डाबड़ा में न्युट्रिशन कंपनी साइटोजाइम यूएसए द्वारा आयोजित पोषण प्रबंधन खेत दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि एक आम किसान इतना समृद्ध नहीं होता कि वह अपने स्तर पर भंडारण व महंगी तकनीक को वहन कर सके। इसके लिए किसान उत्पादक समूह बनाकर आधुनिकतम तकनीकों को अपनाकर अपनी वस्तुओं का भंडारण कर सकता है ताकि जब बाजार में भाव अच्छे मिले तो उनको बेच सके।


फोटो : डाबड़ा गांव में फील्ड-डे के अवसर पर खेतों का दौरा करते विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह व अन्य।


प्रोफेसर समर सिंह ने किसानों से आह्वान किया कि वे परम्परागत खेती की बजाय कृषि विविधिकरण को अपनाएं जिसमें सब्जियों व बागवानी के साथ-साथ पशुपालन व डेयरी फार्मिंग का भी व्यवसाय किया जा सके। इससे किसान की आमदनी बढ़ेगी और वह समृद्ध होगा। उन्होंने इस दौरान किसानों से जैविक खेती को बढ़ावा देने का आह्वान करते हुए कहा कि रसायनिक उर्वरकों का कम उपयोग करें। इससे फसल की उत्पादकता बढ़ेगी और गुणवत्ता भी अच्छी होगी। विश्वविद्यालय के कुलपति ने इस दौरान गांव डाबड़ा में धान की फसल में अपनाए गए न्युट्रीशन पैकेज के खेतों का भी दौरा किया। इस अवसर पर आर.के. गोयल, रविंद्र गुप्ता, अनिल पन्नू सहित अनेक किसान मौजूद थे।