कोरोना के नियंत्रण व बेहतर प्रबंधन के लिए नई रणनीति के तहत कार्य करेगा जिला प्रशासन

उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने जिला में कोविड की स्थिति की समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य विभाग व अन्य अधिकारियों को दिए निर्देश
हिसार, 15 सितंबर।
उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि जिला के प्रत्येक हिस्से में कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण किया जाए। इसके लिए समय के साथ रणनीति में अपेक्षित सुधार किया जाना भी आवश्यक है। कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर अब कोरोना का सैंपल लेने से व्यक्ति को उपचार के लिए आइसोलेशन करने तक के समय को न्यूनतम करना हमारी प्राथमिकता है ताकि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से और अधिक व्यक्ति संक्रमित न हों। कोरोना पॉजिटिव आने के बाद संबंधित व्यक्ति के संपर्कों को जल्द से जल्द चिह्निïत करना और उनका सैंपल लेना बहुत आवश्यक है। इसके डेटा मैनेजमेंट में अब सभी एसडीएम अपने-अपने उपमंडलों में प्रभारी की भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने कहा कि नई रणनीति के तहत सभी एसडीएम को सीएचसी अलॉट कर दी गई हैं। एसडीएम सभी सीएचसी के साथ समन्वय स्थापित करते हुए डेटा प्रबंधन का कार्य करवाएंगे। एसडीएम अनट्रेस मरीजों को खोजने के लिए पुलिस की मदद लेकर उनके आइसोलेशन होने तक के कार्य की भी देखरेख करेंगे। कंटेनमेंट जोन बनाने के कार्य में भी स्वास्थ्य विभाग व संबंधित एसडीएम आपसी तालमेल के साथ करेंगे।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि जिला में कोविड को लेकर ऑक्सीजन व अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हैं। नई रणनीति के तहत शहरी क्षेत्रों के कोविड टेस्ट एनआरसीई की लैब में तथा ग्रामीण क्षेत्रों के टेस्ट अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में करवाए जाएंगे। सभी निजी अस्पतालों के 25 प्रतिशत बेड आरक्षित रखने को कहा गया है। वार्ड नंबर 3 व 15 में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर यहां विशेष प्रबंध किए जाएंगे। वार्ड नंबर 15 में सेक्टर 1-4 स्थित मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के एसएमओ तथा वार्ड-3 में डिप्टी सिविल सर्जन सैंपलिंग बढ़ाकर कोरोना संक्रमितों को चिह्निïत करेंगे और इन क्षेत्रों में कोविड प्रसार को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे।
उन्होंने बताया कि नागरिक अस्पताल में वेंटीलेटर की व्यवस्था जल्द ही पूर्ण रूप से सुचारू हो जाएगी। उपायुक्त ने आमजन से आह्वïान किया है कि वे अपने घर पर ऑक्सीमीटर अवश्य रखें और समय-समय पर ऑक्सीजन स्तर की जांच करते रहें। यदि ऑक्सीजन का स्तर 90 से कम जाता है तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। इसके अतिरिक्त मेडिकल हेल्पलाइन नंबर 01662-278113, 108, 94164-95690 पर संपर्क कर मदद ली जा सकती है। इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करके भी आमजन स्वास्थ्य संबंधी परामर्श ले सकता है।
अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि जिला में प्रत्येक सीएचसी अभी 80 तक सैंपल ले रही हैं। इनमें आरटी पीसीआर व रेपिड एंटीजन टेस्ट शामिल हैं। जहां आरटी-पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट 24 घंटे तक मिलती है वहीं रेपिड एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट तुरंत मिल जाती है। इसलिए जैसे-जैसे पॉजिटिव मामलों का पता लगता है उसके साथ-साथ संक्रमित व्यक्ति के संपर्कों की त्वरित पहचान करना भी बहुत जरूरी है ताकि संक्रमण आगे न फैले।
एडीसी ने कहा कि सभी एसडीएम अपनी दैनिक रिपोर्ट में संक्रमित मरीजों के संस्थागत भर्ती अथवा होम आइसोलेशन सहित यह भी जानकारी देंगे कि मरीज की चिकित्सकों द्वारा नियमित देखरेख भी की जा रही है या नहीं। उन्होंने नई रणनीति के तहत एसडीएम व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए उन्हें अपनी जिम्मेदारयिों का तत्परता से निर्वहन करने को कहा।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव, एसीयूटी अंकिता चौधरी, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के संपदा अधिकारी डॉ. वेदप्रकाश, एसडीएम राजेंद्र सिंह, विकास यादव, बेलिना व राजेश कुमार, सीटीएम अश्वीर सिंह, डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. जया गोयल, डॉ. तरुण व सुभाष खटरेजा सहित स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।