देश की बढ़ती आबादी अनेक समस्याओं की जड़ : चावला
हिसार 3 सितंबर : भारत का संविधान 1950 में लागू हुआ। आजादी के बाद भारत में जनसंख्या इतनी बढ़ी की वर्ष 1971 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार को नसबंदी जैसा फैसला लेना पड़ा और लोगों की नराजगी के कारण काग्रेंस को सरकार खोनी पड़ी। एक विशेष समुदाय को कई शादी करने तथा जनसंख्या को बढ़ाने की छूट दे दी गई जिस कारण इस समय भारत की जनसंख्या 130 करोड़ को पार कर चुकी है। यह बात सर्वजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नंद किशोर चावला ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही।
नंदकिशोर चावला ने कहा कि लगातार तेजी से बढ़ रही हमारी जनंसख्या चिंता का बड़ा कारण बनती जा रही है। देश की सभी लोगों तक वर्तमान में ही शिक्षा, स्वास्थ्य, खाद्यान्न व न्याय जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंच रही और देश इस तालिका में काफी नीचे है। इसके बावजूद दिन-प्रतिदिन हमारे देश की जनसंख्या में हो रहा इजाफा देश के विकास पहिये की गति को और धीमा कर देगा। इसलिए जनसंख्या पर नियंत्रण बेहद जरूरी है जिसके लिए सरकार को मजबूत कदम उठाने चाहिएं।
चावला ने कहा कि जनसंख्या के मामले में विश्व में दूसरा स्थान रखने वाले हमारे देश में जनंसख्या के कारण अनेक समस्याएं पैदा हो चुकी हैं जिनमें मुख्यत: बेरोजगारी, रोटी, कपड़ा, मकान व मूलभूत सुविधाओं का अभाव आदि शामिल हैं। चावला ने कहा कि यदि उसी सम nय जनंसख्या नियंत्रण कानून बना दिया जाता तो आज भारत में ये समस्याएं नहीं होती। सर्वजन समाज पार्टी सरकार से अपील व मांग करती है कि सरकार बिना विलम्ब जनसंख्या नियंत्रण कानून लोकसभा व राज्य सभा में पास करवा कर देश में शीघ्र बिना भेदभाव के लागू करे ताकि जनंसख्या नियंत्रण से देश की कई समस्याओं का समाधान हो सके।
देशहित में तुरंत जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करे सरकार : नंदकिशोर चावला