सरकार दुकानें, स्कूल व कॉलेज तो बंद करवा रही है और शराब के ठेके खुलवा रही है – बजरंग गर्ग

हिसार 28 अगस्त – हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने प्रदेश के व्यापारी प्रतिनिधियों से बातचीत करने के उपरांत कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा शनिवार व रविवार को दुकानें खोलने और उसकी जगह सोमवार व मंगलवार को दुकाने बंद करने का जो फरमान जारी किया है वह व्यापारी  विरोधी है। व्यापार मंडल इस फैसले के विरोध में जिला व ब्लॉक स्तर पर जिला उपायुक्त व सरकारी अधिकारी के माध्यम से राज्यपाल के नाम प्रदेश में जगह जगह ज्ञापन दे रहा है और आगे भी देगा। श्री गर्ग ने कहा की एक एक सप्ताह में 2 दिन दुकानें बंद करने से व्यापारियों को बड़ा भारी नुकसान होगा।  प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा प्रदेश में जगह-जगह सम्मेलन करके भारी भीड़ जुटाई जा रही है और 52 सीटर बसें व  ऑटो फुल सवारी लेकर चल रहे हैं उसमें कोरोना नहीं फैलता क्या, कोरोना सिर्फ व्यापारियों की दुकानों में ही फैलता है क्या। एक सप्ताह में 2 दिन दुकान बंद होने से व्यापारी बर्बाद हो जाएगा। सरकार ने लॉकडाउन के समय व्यापारियों से बिजली व पानी के बिल व हाउस टैक्स तक लिया। यहां तक की कर्मचारियों की तनख्वाह व बैंकों के ब्याज तक भी व्यापारियों को भुगतना पड़ा। मगर अब व्यापारी इस स्थिति में नहीं है कि वह बंद दुकानों के बिजली व पानी के बिल कर्मचारियों की तनख्वाह और किराया भर सके। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने हरियाणा सरकार से अपील की है वह अपने इस फैसले को व्यापारी व आम जनता के हित में तुरंत प्रभाव से वापस लेना चाहिए।


श्री गर्ग ने इस बात पर भी हैरानी जताई की सरकार ने सोमवार व मंगलवार को दुकानें बंद कराने का फैसला बिना व्यापारियों के राय से जल्दबाजी में  लिया हैं। एक तरफ तो सरकार की गलत नीतियों व कोरोना महामारी के कारण व्यापार पहले ही ठप्प पड़े हैं ऊपर से सरकार ने लॉकडाउन के समय में भी व्यापारियों को किसी प्रकार की रियायतें ना देकर हर रोज नए-नए फरमान जारी करके व्यापारियों को उजाड़ने में लगी हुई है जबकि सरकार को व्यापारी व आम जनता की चिंता की बजाए शराब की बिक्री कराने की चिंता ज्यादा है। जबकि सरकार को प्रदेश के हित में व बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए व्यापार व उद्योग को बढ़ावा देना चाहिए जो सरकार नहीं दे रही है।