हिसार : 19 अगस्त
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कृषि में विविधिकरण व नई तकनीकों को लेकर ऑनलाइन मंथन होगा। इस ऑनलाइन मंथन में प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, हरियाणा सरकार के कृषि मंत्री श्री जे.पी. दलाल व विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों से किसान ऑनलाइन रूबरू हो सकते हैं। इसके लिए किसानों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने किसानों से आह्वान किया है कि इस कार्यक्रम में जुडक़र किसान अधिक से अधिक लाभ उठाएं। यह जानकारी देते हुए कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. विरेंद्र दलाल ने बताया कि इस ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन कृषि महाविद्यालय के वानिकी विभाग द्वारा किया जाएगा जो 22 अगस्त को प्रात : 10 बजे शुरू होगा और दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर समाप्त होगा। कार्यक्रम को चार सत्रों में विभाजित किया गया है। कार्यक्रम का विषय ‘कृषि में विविधता : किसानों की आजीविका में सुधार के लिए अभिनव कार्यक्रम’ होगा। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह के कुशल नेतृत्व, दुरगामी, सकारात्मक व किसान हितैषी सोच के तहत् ही इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में प्रगतिशील किसान भी किसानों से ऑनलाइन सीधा संवाद करेंगे जिसमें किसानों की घटती जोत से बेहतर तकनीकों और कृषि विविधिकरण द्वारा अधिकाधिक उत्पादन् प्राप्त करने के तरीकों पर मंथन होगा। कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु विश्वविद्यालय स्तर पर विभिन्न कमेटियों का गठन किया गया है। इस कार्यक्रम के संबंध में किसी भी किसान को यदि कोई जानकारी चाहिए तो वह 9466403598 पर संपर्क कर सकता है। वेबिनार में जुडऩे के लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर किसान पोर्टल पर इसका लिंक दिया गया है।
किसानों के लिए होगी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता
इस दौरान किसानों के लिए ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता में प्रथम दस स्थान हासिल करने वाले किसानों को सम्मानित किया जाएगा। प्रतियोगिता में वेबिनार के दौरान कृषि विशेषज्ञों द्वारा चार सत्रों में दी गई जानकारी से ही सवाल पूछे जाएंगे। उन्होंने बताया कि वेबिनार में पंजीकृत सभी किसानों को ई-सर्टिफीकेट दिए जाएंगे। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विश्वविद्यालय के विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. आर.एस. हुड्डा ने विश्वविद्यालय के प्रदेश भर में स्थित कृषि विज्ञान केंद्रों के अधिकारियों से अपील की है कि वे अधिक-से-अधिक जानकारी देकर इस कार्यक्रम से किसानों को जोडें़ ताकि कोविड-19 के चलते घर बैठे ही किसान इससे लाभान्विंत हो सकें। इस कार्यक्रम के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि में परम्परागत खेती की जगह विविधिकरण को अपनाने, ग्रामीण युवाओं को कृषि क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध करवाने जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
प्रदेश के कृषि मंत्री व कृषि वैज्ञानिकों से ऑनलाइन रूबरू होंगे किसान