हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के बिजनेस मैनेजमेंट विभाग में विद्यार्थियों का हुआ ऑनलाइन मौखिक मूल्यांकन

हिसार :  2 अगस्त 2020
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के बिजनेस मैनेजमेंट विभाग के विद्यार्थियों की ऑनलाइन मौखिक मूल्यांकन प्रक्रिया आयोजित की गई। मौखिक मूल्यांकन प्रक्रिया में श्री सत्य सांई इंस्टीट्यूट ऑफ हायर लर्निंग बैंगलोर से एसोसिएट प्रोफेसर विवेक कपूर बतौर बाह्य पर्यवेक्षक ऑनलाइन माध्यम से शामिल हुए। यह जानकारी देते हुए परीक्षा नियंत्रक डॉ. एस.के. पाहुजा ने बताया कि कोविड-19 के चलते विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस ऑनलाइन मौखिक मूल्यांकन प्रक्रिया का आयोजन किया गया है। बिजनेस मैनेजमेंट के विद्यार्थियों की चौथे सेमेस्टर में विद्यार्थियों द्वारा की गई शोध को लेकर मौखिक मूल्यांकन प्रक्रिया आयोजित की जाती है। उन्होंने बताया कि इस ऑनलाइन मौखिक मूल्यांकन प्रक्रिया में शामिल एसोसिएट प्रोफेसर विवेक कपूर ने चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय से ही अपनी स्नातकोत्तर की पढ़ाई वर्ष 1987 में कृषि विषय में पूरी करने के बाद बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई श्री सत्य सांई इंस्टीट्यूट ऑफ हायर लर्निंग बैंगलोर से पूरी की। इसके बाद लगभग 28 वर्षों तक उन्होंने देश-विदेश की नामी कंपनियों के साथ जुडक़र उच्च पदों पर रहते हुए अपनी सेवाएं दी। इस समय वे श्री सत्य सांई इंस्टीट्यूट ऑफ हायर लर्निंग बैंगलोर में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह की दूरगामी, सकारात्मक व छात्र कल्याण हितैषी सोच और दिशा-निर्देशानुसार यह ऑनलाइन मूल्यांकन प्रक्रिया आयोजित की गई थी, जिसमें विभाग के 27 विद्यार्थी ऑनलाइन शामिल हुए। इनमें से 20 विद्यार्थी कृषि व्यवसाय प्रबंधन व 7 विद्यार्थी सामान्य व्यवसाय प्रबंधन के थे। विभागाध्यक्ष डॉ. सुनीता महला ने बताया कि उपरोक्त विद्यार्थियों ने मूल्य शृंखला विश्लेषण, खरीदारी व्यवहार, उपभोक्ता की धारणा, उत्पादन और विपणन, ग्रामीण उपभोक्ताओं में ई-बैंकिग, ई-मार्केटिंग, ऑनलाइन खरीदारी सहित कई विषयों पर शोध कार्य प्रस्तुत किया। डॉ. सुनीता महला ने बताया कि उपरोक्त शोध विषयों से आने वाले समय में किसानों के हित में कृषि से जुड़े उत्पादों के व्यापारीकरण में मदद मिलेगी और किसानों की आय को बढ़ाया जा सकेगा। श्री सत्य सांई इंस्टीट्यूट ऑफ हायर लर्निंग बैंगलोर से एसोसिएट प्रोफेसर विवेक कपूर ने विद्यार्थियों से भविष्य में विश्वविद्यालय से अर्जित ज्ञान को अपने क्षेत्र में प्रयोग करने की सलाह दी और इस ज्ञान से अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाने का आह्वान् किया। इस अवसर पर ऑनलाइन मूल्यांकन प्रक्रिया में विभाग के प्रोफेसर डॉ. अतुल ढींगड़ा, प्रोफेसर डॉ. एस.के. गोयल, सहायक प्रोफेसर सुमन गहलावत, सहायक प्रोफेसर अमिता गिरधर, सहायक प्रोफेसर सुबोध अग्रवाल, सहायक प्रोफेसर मेघा गोयल भी मौजूद थे।