हिसार 12 अगस्त -केन्द्रीय कृषि एंव किसान कल्याण, ग्रामीण विकास तथा पंचायतीराज मंत्री श्री नरेंद्र तोमर द्वारा राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के अन्तर्गत विकसित ‘कृषि मेघ‘ सेवा व अन्य तीन सेवाओं का 11 अगस्त को शुभारंभ किया गया । कृषि मेघ आई.सी.ए.आर द्वारा राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के अन्तर्गत तैयार किया गया है। कृषि मेघ एक डिजीटल प्लेटफार्म है जिसपर कृषि संबंधी डाटा उपलब्ध हो सकेगा और इससे नई शिक्षा नीति के साथ - साथ कृषि शिक्षा और शोध कार्यों को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ- साथ उच्च कृषि शैक्षिक संस्थानों की प्रत्यायन प्रणाली पोर्टल व कृषि विश्वविद्यालय छात्र एलुमिनाई नेटवर्क (केवीसी एलुनेट) इत्यादि के माध्यम से पूरे कृषि जगत् को एक जगह लाया जा सकेगा। इसके माध्यम से कृषि छात्र आपस में बात कर सकेंगे और कृषि संस्थानों को आॅनलाईन मान्यता प्राप्त हो सकेगी। इन तीनों सेवाओं के लागू करने पर कुलपति प्रोफेसर समर सिंह केन्द्रीय कृषि एंव किसान कल्याण, ग्रामीण विकास तथा पंचायतीराज मंत्री श्री नरेंद्र तोमर को बधाई दी। राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के राष्ट्रीय निदेशक डाॅ. आर. सी. अग्रवाल को बधाई देते हुए प्रोफेसर समर सिंह ने कहा कि कृषि मेघ एक नवाचार आधारित कदम है जो डिजीटल भारत कार्यक्रम में एक मुख्य कड़ी है व यह कार्यक्रम किसान, कृषि छात्र व विशेषज्ञों के बीच एक सक्रीय माध्यम का कार्य करेगा। इस तरह के किसान कल्याण हेतु कार्यक्रमों से भविष्य में व्यवहारिक व सकारात्मक परिणाम हासिल होंगें, साथ ही किसानों की उन्नति में कृषि व्यवसाय अपनी भूमि अदा करेगा। उन्हौंने कहा कि इसके द्वारा किसानों के कल्याण हेतु हो रहे कृषि आधारित शोध कार्यों में गुणवत्ता को बढ़ावा मिलेगा।
देश में ‘कृषि मेघ‘ होगा किसानों के लिए लाभकारी- H.A.U कुलपति प्रोफेसर समर सिंह