चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में ‘कृषि आंकड़ों के विश्लेषण के लिए सांख्यिकीय उपकरण और तकनीक’ विषय पर ऑनलाइन रिफे्रशर कोर्स संपन्न
हिसार : 29 जुलाई
सांख्यिकी केवल डाटा संग्रह तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह नई विधियों और तकनीकों का एक प्रभावशाली विज्ञान है। जो हमारे सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक क्षेत्रों में व्यवस्थित निष्कर्ष निकालने के लिए प्रभावशाली तरीके से प्रयोग की जा रही है। उक्त विचार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने व्यक्त किए। वे विश्वविद्यालय में ‘कृषि आंकड़ों के विश्लेषण के लिए सांख्यिकीय उपकरण और तकनीक’ विषय पर चल रहे 21 दिवसीय ऑनलाइन रिफे्रशर कोर्स के समापन अवसर पर प्रतिभागियों को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे। रिफे्रशर कोर्स का आयोजन मानव संसाधन निदेशालय व गणित एवं सांख्यिकी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। उन्होंने कहा कि सांख्यिकी विश्वविद्यालय के अनुसंधान विषयों की सूचनाएं एकत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। यदि समस्याओं को सांख्यिकी आधार पर विवेचन किया जाये तो नीतिगत निर्णय, समाज व किसानों को अधिक सुविधा प्रदान कर सकते है।
18 से अधिक प्रदेशों के 165 वैज्ञानिकों व शोधकर्ताओं ने लिया प्रशिक्षण
मानव संसाधन निदेशालय के निदेशक डॉ. एम.एस. सिद्धपुरिया ने कुलपति का स्वागत किया और प्रतिभागियों से इस रिफ्रेशर कोर्स का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया है। उन्होंने बताया कि इस रिफे्रशर कोर्स में देश के 18 से ज्यादा प्रदेशों के 165 वैज्ञानिकों व शोधकत्र्ताओं ने प्रशिक्षण ग्रहण किया है। उन्होंने बताया कि रिफे्रशर कोर्स में देश के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय जैसे कि बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, एनडीआरआई करनाल, आईएसएआरआई, शेर-ए-कश्मीर, लखनऊ विश्वविद्यालय एवं अन्य कई संस्थाओं के वरिष्ठ प्रध्यापकों व अधिकारियों ने प्रतिभागियों को व्याख्यान दिए। कार्यक्रम की निदेशक प्रोफेसर मंजू सिंह टांक ने बताया कि रिफे्रशर कोर्स का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह के दिशा-निर्देशानुसार किया गया था। कुलपति महोदय के मार्गदर्शन में आयोजित इस तरह के ऑनलाइन रिफे्रशर कोर्स से प्रतिभागियों में रचनात्मकता व सृजनात्मकता बढ़ेगी और उन्हें सांख्यिकी की विभिन्न आधुनिक तकनीकों व सॉफ्टवेयर की जानकारी मिलेगी। रिफे्रशर कोर्स के बाद प्रतिभागी शोध के आंकड़ों के विश्लेषण में निपुणता हासिल कर पाएंगे। मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय की संयुक्त निदेशक व कार्यक्रम की संयोजक डॉ. मंजू मेहता ने बताया कि इस रिफे्रशर कोर्स में प्रतिभागियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण के माध्यम से ‘कृषि आंकड़ों के विश्लेषण के लिए सांख्यिकीय उपकरण और तकनीक’ विषय से संबंधित सात मोड्यूल की जानकारी दी गई, जिनमें परिचयात्मक और बुनियादी आंकड़े, बुनियादी सांख्यिकी तकनीक, अग्रिम सांख्यिकीय मॉडलिंग, सांख्यिकीय पैकेज, डिजाइन ऑफ एक्सपरिमेंट्स, सांख्यिकीय जेनेटिक्स व अनुकूलन तकनीक शामिल थे। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. विनय कुमार ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
सांख्यिकी नई विधियों व तकनीकों का प्रभावशाली विज्ञान : कुलपति प्रोफेसर समर सिंह