हॉट-स्पॉट जिलों व राज्यों से आने वालों की पहचान व स्वास्थ्य जांच प्राथमिकता से करवाएं : मीणा

फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के आयुक्त एवं आयुष्मान भारत हरियाणा हेल्थ प्रोटेक्शन अथॉरिटी के सीईओ अशेाक कुमार मीणा ने की कोरोना नियंत्रण समीक्षा बैठक


हिसार, 13 जुलाई

फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन विभाग के आयुक्त एवं आयुष्मान भारत हरियाणा हेल्थ प्रोटेक्शन अथॉरिटी के सीईओ अशेाक कुमार मीणा ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर रोक के लिए जरूरी है कि हॉट-स्पॉट जिलों व राज्यों से यहां आने वाले लोगों की पहचान व स्वास्थ्य जांच का कार्य स्थानीय स्तर पर गठित यूनिट टीम के माध्यम से इस प्रकार करवाया जाए कि कोई भी व्यक्ति छूटने न पाए। इसके साथ ही आमजन को यह समझना जरूरी है कि कोरोना को हल्के में न लें बल्कि शुरूआती अवस्था में ही इसका इलाज शुरू करवा दिया जाए तो मृत्यु दर पर अंकुश लगाया जा सकता है।

आयुक्त अशोक कुमार मीणा आज स्थानीय लघु सचिवालय स्थित जिला सभागार में अधिकारियों के साथ आयोजित एक बैठक के दौरान जिला में कोरोना की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कोरोना पर नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाई गई रणनीति पर चर्चा करते हुए इसके बेहतर क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी, हिसार पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया, हांसी पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह व एसीयूटी अंकिता चौधरी भी मौजूद थीं।

श्री मीणा ने कहा कि बूथ स्तर पर बनाई गई यूनिट टीमें यदि अपने एरिया में बाहरी जिलों व राज्यों से आने वाले लोगों पर नजर रखें और उनकी स्वास्थ्य जांच करवाएं तो कोरोना संक्रमण पर बहुत हद तक रोक लगाई जा सकती है। इन टीमों को ई-दिशा की वेबसाइट पर अपडेट होने वाली वह सूची नियमित रूप से उपलब्ध करवाई जाए जिसमें बाहर से आने वाले व्यक्तियों की जानकारी होती है। ऐसे लोगों की पहचान के लिए यूनिट कमेटी आरडब्ल्यूए व कालोनी के निवासियों द्वारा गठित कमेटियों की भी मदद ले। इसके अलावा जो व्यक्ति कोरोना जैसे लक्षण प्रकट होने पर अपनी जांच करवाना चाहें, उनके फोन कॉल्स का समुचित रिकॉर्ड रखा जाए जिससे पता चल सके कि व्यक्ति की जांच व इलाज के लिए सही प्रक्रिया अपनाई गई अथवा नहीं।

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद लोग कोरोना के प्रति लापरवाह हुए हैं जोकि सरासर गलत है। यह धारणा भी गलत है कि कोरोना से केवल वृद्घजन व गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति ही मृत्यु का शिकार होते हैं। ऐसे कई केस देखने में आए हैं जिनमें स्वस्थ व जवान व्यक्ति भी कोरोना से मृत्यु का शिकार हुए हैं। यदि व्यक्ति कोरोना संक्रमण की शुरूआती अवस्था में ही अपना इलाज शुरू करवा देता है तो उसके ठीक होने की संभावना अधिक होती है लेकिन यदि देरी की जाती है और संक्रमण विभिन्न अंगों में फैल जाता है तो व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है। उन्होंने आमजन से आह्वïान किया कि वे अपने व परिजनों के स्वास्थ्य पर नजर रखें और अस्वस्थ होते ही जांच करवाएं। उन्होंने आमजन से अपने घरों में ऑक्सीमीटर रखने की भी अपील की जिससे सैचूरेशन लेवल पर नजर रखी जा सके।

श्री मीणा ने प्रदेश में किए जा रहे विभिन्न प्रकार के टेस्ट के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि जिला को जो भी सुविधाएं सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही हैं उनका अधिक से अधिक इस्तेमाल करें ताकि कोरोना रोगियों को चिह्निïत व उपचार करने के कार्य में तेजी आए। कोरोना टेस्ट के लिए आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का मोबाइल नंबर व पता जरूर नोट किया जाए ताकि बाद में उसे ट्रेस किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिन व्यक्तियों को होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है उन्हें सुबह-शाम कंट्रोल रूम से फोन करके उनकी तबीयत व चिकित्सक की विजिट के संबंध में पूछा जाए। कंट्रोल रूम में चिकित्सक की भी ड्यूटी लगाई जाए ताकि यदि कोई मरीज स्वास्थ्य संबंधी सलाह लेना चाहे तो उसे तुरंत मिल सके।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को अभूतपूर्व स्तर पर बढ़ाया जा रहा है। सौभाग्य की बात है कि हरियाणा में कोरोना शुरू होने से पहले ही चिकित्सकों के सभी रिक्त पदों को (आरक्षित वर्ग के कुछ पदों को छोडक़र) भरा जा चुका है। कोरोना से निपटने के लिए हमें आपदा व चुनाव की भांति रणनीति बनाकर आपसी समन्वय से कार्य करना होगा। सभी के लिए स्वप्रेरणा व सेवा की भावना से कार्य करना जरूरी हैै। इस समय हमारी स्थिति नियंत्रण में है लेकिन हमें बुरी से बुरी स्थिति के मद्देनजर अपनी तैयारी करके रखनी होगी। स्वास्थ्य विभाग केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस को अपनाए।

आयुक्त अशोक कुमार मीणा ने कहा कि कोरोना के संबंध में डाटा मैनेजमेंट सही प्रकार से किया जाए ताकि इसके आधार पर बनाई जाने वाली योजनाएं व रणनीति प्रभावशाली परिणाम दे सके। उन्होंने कहा कि अब विभिन्न प्रकार की जिम्मेदारियों के लिए एचसीएस अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया जाएगा ताकि गाइडलाइंस का क्रियान्वयन तेजी से किया जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि मास्क न पहनने वाले व्यक्तियों का अधिक से अधिक चालान किया जाए और प्रत्येक चालान के बाद उसे 5 मास्क भी दिए जाएं। इसी प्रकार यह भी सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी विवाह समारोह में 50 से अधिक व्यक्तियों की भागीदारी न हो। 

उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने आयुक्त अशोक कुमार मीणा को जिला में कोरोना से निपटने के लिए बनाई गई रणनीति से अवगत करवाया। उन्होंने जिला में उपलब्ध संसाधनों, टेस्टिंग सुविधाओं, जन जागरूकता के लिए किए गए कार्यों, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, सैंपल स्टेटस, डैथ ऑडिट केस आदि की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि जिला में अब तक 197 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं जिनमें से अभी 126 कंटेनमेंट जोन एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि जिला में 30 कोविड केयर सेंटर्स चिह्निïत किए गए हैं तथा अब तक मास्क न पहनने वालों के 4641 चालान किए जा चुके हैं। 

बैठक में नगर निगम की संयुक्त आयुक्त शालिनी चेतल, हांसी एसडीएम डॉ. जितेंद्र सिंह, नारनौंद एसडीएम विकास यादव, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के ईओ डॉ. वेदप्रकाश, हिसार एसडीएम राजेंद्र सिंह, बरवाला एसडीएम राजेश कुमार, सीटीएम अश्वीर सिंह व सिविल सर्जन डॉ. रत्ना भारती सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।