अनुसूचित जाति के सरपंच पर हुए हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर एससी आयोग के निदेशक ने हिसार के एसपी से किया जवाब तलब : चौहान

 आयोग निदेशक ने 15 दिन में जवाब पेश करने के लिए कहा -
हिसार 03 जुलाई : अनुसूचित जाति के संबंध रखने वाले गांव आर्य नगर के सरपंच जगदीश चन्द्र द्वारा उन पर उनके घर में हुए जानलेवा हमले के संबंध में थाना आजाद नगर में दर्ज करवाई गई एफआईआर पर कोई कार्यवाही नहीं होने व आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर एससी आयोग के निदेशक गत 1 जुलाई को शिकायत दी थी। इस शिकायत पर कार्यवाही करते हुए आयोग के निदेशक ने उक्त मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने के लिए हिसार के एसपी से 15 दिन के अंदर-अंदर जवाब मांगा है। यह जानकारी देते हुए जय भीम आर्मी के चेयरमैन संजय चौहान ने बताया कि गत 29 मई को गांव आर्य नगर के सरपंच जगदीश चन्द्र पर कई लोगों ने उनके घर पर घुसकर पिस्तौल, चाकू, डंडो, गंडासी इत्यादि आदि से हमला बोल दिया था जिसमें उन्हें, उनकी पत्नी व उनके बेटे को काफी चोटें आई थी जिसकी एफआईआर आजाद नगर थाना में दर्ज है लेकिन शिकायत के बावजूद अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है जबकि एससी, एसटी एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी का प्रावधान है।
सरपंच जगदीश चन्द्र ने गत 01 जुलाई को एससी आयोग के निदेशक को पत्र लिखकर आरोपियों की गिरफ्तारी व उन्हें सुरक्षा दिए जाने की मांग की थी जिस पर आयोग तुरंत संज्ञान लेते हुए एसपी हिसार से जवाब तलब किया है। संजय चौहान ने बताया कि उन्होंने खुद भी इस संबंध में एससी, एसटी आयोग के निदेशक से फोन पर बात की थी तो उन्होंने जल्द ही इस संबंध में कार्यवाही कर सरपंच जगदीश चन्द्र को न्याय दिलवाने का आश्वासन दिया था।
वहीं बसपा नेता एडवोकेट बंजरंग इंदल व पवन सातरोड़ ने अनुसूचित जाति के सरपंच जगदीश चंद्र पर हुए हमले व आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि जबसे देश-प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है अनुसूचित जाति के लोगों पर अत्याचार के मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है तथा इस सरकार में उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। सरपंच पर घर में घुसकर हमला होने ही अपने आप में बड़ी घटना है उस पर शिकायत के बावजूद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाना दर्शाता है कि सरकार व पुलिस प्रशासन दलित उत्पीडऩ के मामलों में कितना गंभीर है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के संगठन यह अन्याय व प्रताडऩा बर्दाश्त नहीं करेंगे और पीडि़त सरपंच व अन्य प्रताडि़त लोगों को न्याय दिलाने के लिए हर संघर्ष के लिए तैयार हैं।