कोरोना: सैंपल की संख्या बढ़ाकर की जाए संक्रमितों की पहचान: मंडलायुक्त

हिसार मंडल आयुक्त विनय सिंह ने जिला में कोरोना संक्रमण पर रोक के लिए अपनाई जा रही रणनीति व प्रबंधों की समीक्षा की


हिसार, 13 जून।

हिसार मंडल आयुक्त विनय सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर रोक के लिए जरूरी है कि सभी संक्रमित व्यक्तियों की पहचान की जाए। इसके लिए प्रतिदिन लिए जा रहे सैंपल्स की संख्या बढ़ाई जाए। इसके साथ ही उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए जो बिना मास्क सार्वजनिक स्थानों पर जाते हैं अथवा क्वारेंटाइन अवधि में घर से बाहर जाते हैं।

मंडल आयुक्त ने यह निर्देश लघु सचिवालय स्थित जिला सभागार में आयोजित एक बैठक के दौरान जिला में कोरोना संक्रमण पर रोक के लिए अपनाई जा रही रणनीति व प्रबंधों की समीक्षा करते हुए दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सभी विभाग अपनी जिम्मेदारी का गंभीरता से पालन करें ताकि जिला में कोरोना का संक्रमण फैलने न पाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा भविष्य के लिए तैयार की गई रणनीति के संबंध में जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देश दिए कि अस्पतालों, कोविड केयर सेंटर, आइसोलेशन केंद्रों व क्वारेंटाइन सेंटर्स में सभी आधारभूत सुविधाएं मुहैया करवाई जाएं। बैठक में उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी, हिसार पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया, हांसी पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह, नगर निगम आयुक्त अशोक गर्ग, सीटीएम अश्वीर सिंह, सिविल सर्जन डॉ. योगेश शर्मा, अग्रोहा मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. गोपाल सिंघल व डॉ. तरुण सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

मंडलायुक्त विनय सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर रोक के लिए प्रदेश सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है और प्रदेश की मुख्य सचिव द्वारा प्रतिदिन सभी जिलों के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिलों द्वारा अपनाई जा रही रणनीति व प्रबंधों की समीक्षा की जा रही है। यदि स्वास्थ्य विभाग को जिला में संक्रमितों के इलाज अथवा संक्रमण पर रोक के लिए किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता है या कहीं कोई कमी है तो उसकी सूचना तुरंत उपलब्ध करवाई जाए। सरकार द्वारा सभी प्र्रकार की सहायता प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध करवाई जाएगी।

सिविल सर्जन डॉ. योगेश शर्मा ने आयुक्त को बताया कि इस समय जिला में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर 5100 लोगों की सैंपलिंग की जा रही है। आयुक्त ने इसे कम बताते हुए सैंपलिंग की संख्या बढ़ाने को कहा। सिविल सर्जन ने बताया कि 5 दिन बाद जिला की प्रतिदिन 500 सैंपल लेने की क्षमता हो जाएगी। उन्होंने बताया कि इस समय जिला में सैंपलिंग के लिए 3 मोबाइल टीमों व अन्य स्टैटिक टीमों को लगाया गया है। 

आयुक्त ने कहा कि सैंपलिंग करने वाली टीमों की संख्या बढ़ाई जाए और उनके लिए सैंपलिंग का टार्गेट निर्धारित किया जाए। ऐसा न हो कि केवल लक्षणों वाले मरीजों की ही सैंपलिंग की जाए, मरीजों की वास्तविक जानकारी के लिए रैंडम सैंपलिंग करवाई जाए। संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए व्यक्तियों की तलाश के लिए पुलिस की भी मदद ली जाए। संक्रमित व्यक्तियों के मोबाइल नंबर की कॉल-डिटेल के आधार पर कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करवाई जाए।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग आगामी दिनों में कोरोना मरीजों की संभावित संख्या के अनुमान के आधार पर संसाधनों की तैयारी करें। स्वास्थ्य विभाग अपने पास उपलब्ध स्टाफ, दवा, अन्य संसाधनों की रिपोर्ट दे ताकि सरकार से आवश्यकता अनुसार मदद की डिमांड की जा सके। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के पास उपलब्ध वेंटीलेटर्स, एंबुलेंस, ऑक्सीजन सिलेंडर्स, कोविड केयर सेंटर्स में उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं, अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता सहित अन्य अनेक पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की।

आयुक्त ने कहा कि जिला में ट्रेन-बसों व अन्य साधनों द्वारा बाहरी राज्यों व जिलों से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की गंभीरता से सैंपलिंग करवाई जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि कार्यों के लिए आने वाले बाहरी मजदूरों की भी सैंपलिंग अवश्य करवाई जाए ताकि संक्रमण न फैले। ऐसे व्यक्तियों की सूचना प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचाने के लिए सरपंचों-नंबरदारों की जिम्मेदारी लगाई जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि बाहर से आने वालों के मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु एप अवश्य डाउनलोड किया हो।

उन्होंने कहा कि घर से बाहर घूमते ऐसे व्यक्तियों के सख्ती से चालान करके जुर्माना वसूला जाए जो फेस मास्क नहीं लगाते। इसके लिए उन्होंने पुलिस अधीक्षकों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि होम क्वारेंटाइन किए गए व्यक्तियों पर भी कड़ी नजर रखी जाए और यदि ऐसा कोई व्यक्ति बाहर घूमता दिखे तो आपदा प्रबंधन अधिनियम के अंतर्गत उसके खिलाफ निर्घारित कार्रवाई करें। ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।

उन्होंने कहा कि नगर निगम शहरी क्षेत्रों में बनी ऐसी संकरी बस्तियों व कालोनियों की पहचान करे जो भीड़भाड़ के कारण हाई-रिस्क श्रेणी में आती हों। ऐसी बस्तियों व कालोनियों में हाइपोक्लोराइड दवा का छिड़काव भी करवाया जाए। इसी प्रकार बाजारों में दुकानदारों व व्यापारिक प्रतिष्ठानों, होटल, रेस्टोरेंट्स व धार्मिक स्थलों द्वारा नियमों की समुचित अनुपालना सुनिश्चित की जाए।

 आयुक्त विनय सिंह ने कहा कि जिला में 80 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों, टीबी, कैंसर, एड्स या अन्य गंभीर रोगों से ग्रस्त मरीजों, दिव्यांगजनों आदि की सूची फोन नंबर सहित तैयार की जाए और इन्हें कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने कोरोना संक्रमित व्यक्तियों, उनके परिवारों व कंटेनमेंट जोन में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई करने वाले व्यक्तियों के नंबर, कोविड से बचने के लिए किए व न किए जाने वाले कार्यों, अन्य नियमों व गाइडलाइंस की जानकारी भी पहुंचाने के निर्देश दिए।

उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने मंडलायुक्त को जिला में कोरोना संक्रमण पर रोक के लिए की गई तैयारियों व प्रबंधों के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशों की समुचित अनुपालना करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला को कोरोना से बचाकर रखने व संक्रमण से मुक्त करने के लिए सभी विभागों के आपसी सहयोग व समन्वय के साथ कार्य किया जा रहा है और हम जिलावासियों के सहयोग से कोरोना वायरस पर विजय हासिल करेंगे।