जिला को बाढ़ से बचाने के लिए सभी तैयारियां समय पर पूरी करें : मंडल आयुक्त
मंडल आयुक्त विनय सिंह ने जिला में बाढ़ नियंत्रण उपायों की समीक्षा के लिए अधिकारियों की बैठक ली अधिकारियों को दिए निर्देश

सिंचाई विभाग के अधिकारियों को गंभीरता से कार्य करने की हिदायतें दीं


हिसार, 24 जून।

हिसार मंडल आयुक्त विनय सिंह ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को गंभीरता से कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि वे बाढ़ नियंत्रण के दृष्टिïगत चल रहे कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करवाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दिशा-निर्देशों के अनुरूप जिन कार्यों की समय सीमा निर्धारित की गई थी, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पूरा करवाया जाए। मंडल आयुक्त आज कॉन्फ्रेंस कक्ष में बाढ़ नियंत्रण उपायों की समीक्षा बैठक के दौरान संबंधित विभागों के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। बैठक में उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी, अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव, एसीयूटी अंकिता चौधरी, नगर निगम की संयुक्त आयुक्त शालिनी चेतल, हांसी के एसडीएम डॉ. जितेंद्र सिंह, नारनौंद एसडीएम विकास यादव, बरवाला एसडीएम राजेश कुमार, हिसार एसडीएम राजेंद्र सिंह व सीटीएम अश्वीर सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

बैठक में मंडल आयुक्त विनय सिंह ने हरियाणा राज्य बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की 49, 50 व 51वीें बैठक में मंजूर हुए विभिन्न कार्यों की प्रगति रिपोर्ट ली। कुछ कार्यों में हुई देरी के लिए उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि वे इन कार्यों को गंभीरता से पूरा करवाएं अन्यथा संबंधित की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने नारनौंद क्षेत्र की विभिन्न ड्रेन, नहरों, नालों इत्यादि की गाद आदि को निकालने के कार्य में लगे मनरेगा श्रमिकों की सुविधा के संबंध में भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग ऐसी जगहों पर खड़े जल को बाहर निकलवाए ताकि गाद आदि निकालने में श्रमिकों को परेशानी न हो।

इसी प्रकार उन्होंने पंपिंग साइट के क्रियान्वयन को लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस संबंध में प्रमाण पत्र दें कि उन्होंने विभिन्न स्थलों पर पंपिंग सेट इंस्टाल करवा लिए हैं और वे सही प्रकार से कार्य कर रहे हैं। आयुक्त ने अधिकारियों से निचले एरिया में बाढ़ के कारण से होने वाले फसली नुकसान की समस्या के समाधान को लेकर भी उपाय ढूंढने को कहा। मानसून सीजन में जिला को बाढ़ की स्थिति से बचाने के लिए जरूरी है कि अतिरिक्त पानी की निकासी की सभी तैयारियां समय पर पूरी की जाएं। इसके लिए सिंचाई विभाग अपनी सभी ड्रेन व अन्य जल निकासी परियोजनाओं की सफाई आदि के कार्य समय पर पूर्ण करवाए और पंप, इंजन व अन्य उपकरण चालू हालत में रखना सुनिश्चित करे।

उन्होंने जनस्वास्थ्य विभाग से सीवरेज तथा बरसाती पानी की निकासी को लेकर किए जा रहे विभिन्न प्रबंधों के बारे में भी जानकारी ली। निगम क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में सीवरेज व बरसाती पानी की निकासी के लिए आयुक्त को अवगत करवाया गया कि निकासी के लिए पंपसेट इंस्टाल कर दिए गए हैं और ये सही प्रकार से कार्य कर रहे हैं। निगम क्षेत्र में 18 स्थान ऐसे हैं जहां पानी की निकासी 2 से 3 घंटे में होती थी, ऐसे क्षेत्रों में वैकल्पिक प्रबंध किए जा रहे हैं ताकि जल निकासी जल्द से जल्द हो सके।

इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी राजबीर धीमान ने आयुक्त को अवगत करवाया कि बाढ़ नियंत्रण उपायों को लेकर जिला में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। बाढ़ राहत के प्रबंधों के लिए अधिकारियों की ड्यूटियां भी लगा दी गई हैं। बैठक में आयुक्त ने विभिन्न राजस्व मामलों की भी समीक्षा की और राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे लंबित पड़ी जमाबंदियों व इंतकाल मामलों का शीघ्रता से निपटान करें।