. आपदा प्रबंधन की तर्ज पर की जाए कोरोना से लडऩे की तैयारियां : उपायुक्त

भविष्य की जरूरतों के अनुरूप तैयारियां करने के लिए उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने अधिकारियों के साथ किया मंथन


हिसार, 18 जून।

उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के मामलों में हो रही बढ़ोतरी और दिल्ली-मुंबई से हिसार आने वाले लोगों की संख्या को देखते हुए हमें भविष्य की जरूरतों के अनुरूप तैयारियां करने की आवश्यकता है। सभी एसडीएम अपने-अपने उपमंडलों में आपदा प्रबंधन की तर्ज पर आवश्यक संसाधनों का प्रबंध करें ताकि हम बुरी परिस्थितियों से भी बेहतर ढंग से निपटने में कामयाब हो सकें।

उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने यह बात आज कॉन्फ्रेंस कक्ष में जिला के उच्चाधिकारियों के साथ आयोजित एक बैठक के दौरान कोरोना प्रबंधन के संबंध में व्यापक विचार-विमर्श करते हुए कही। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जिला की आपदा प्रबंधन योजना का प्रारूप बनाने के निर्देश देते हुए भविष्य की जरूरतों के अनुसार सरकारी कर्मचारियों, एनजीओ और स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने की योजना बनाने को कहा। 

उपायुक्त ने कहा कि हिसार में अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं के मद्देनजर दिल्ली व मुंबई से लोगों के यहां आने की दर बढ़ी है। इससे हमारे स्वास्थ्य तंत्र पर दबाव बढ़ सकता है। हमें आपदा प्रबंधन की तर्ज पर इस बीमारी से लडऩे के लिए मॉक ड्रिल की तरह अपनी तैयारियों को तेजी से बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम अपने-अपने उपमंडल में इस प्रकार तैयारियां करें कि आइसोलेशन व क्वारेंटाइन जैसी सुविधाओं के लिए नारनौंद, हांसी व बरवाला उपमंडल के लोगों को जिला मुख्यालय तक न लाना पड़े। उन्होंने सिविल सर्जन को संबंधित एसडीएम के साथ लाइजनिंग करने को कहा।

उपायुक्त ने एक-एक कर प्रत्येक एसडीएम से अपने उपमंडल के लिए तैयार की गई रणनीति की जानकारी ली और इनमें अपेक्षित सुधार करते हुए इनके क्रियान्वयन के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को स्वास्थ्य विभाग ने होम क्वारेंटाइन किया है उन पर निगरानी करने की सुदृढ़ प्रणाली विकसित की जाए। नियमों की उल्लंघना करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाए।

उन्होंने कहा कि जिला के सभी स्वस्थ अधिकारी-कर्मचारियों, वॉलेंटियर्स व एनजीओ सदस्यों की समुचित ट्रेनिंग करवाई जाए जो विपरीत परिस्थितियों में मददगार साबित हो सकें। उन्होंने अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव को प्रशिक्षण कार्यक्रम का इंचार्ज बनाया है। सभी कोविड केयर सेंटर में पानी, शौचालयों, भोजन आदि के साथ-साथ वहां के स्टाफ की सुरक्षा के लिए पीपीई किट व मास्क आदि का समुचित प्रबंध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग निजी अस्पतालों से संपर्क कर एंबुलेंस, ग्रामीण क्षेत्र में रजिस्टर्ड मेडिकल प्रेक्टीशनर्स, रिटायर्ड चिकित्सक व फार्मासिस्ट आदि की सूची भी तैयार करवाएं ताकि आवश्यकता अनुसार इनकी सेवाएं ली जा सके। 

अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि हमें उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल बहुत सावधानी से करना है। उन्होंने करनाल में अतिरिक्त उपायुक्त के रूप में कोरोना नियंत्रण के लिए करवाए गए कार्यों के संबंध में अपने अनुभव सबके साथ सांझा किए। उन्होंने कहा कि हमें कुछ ऐसे बड़े संस्थानों का चयन करना होगा जहां आवश्यकता होने पर अधिक लोगों को एक ही स्थान पर रखा जा सके। इससे व्यर्थ की भागदौड़ से बच सकेंगे और आपदा का प्रबंधन सही तरीके से किया जा सकेगा।

इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव, एसीयूटी अंकिता चौधरी, हांसी एसडीएम डॉ. जितेंद्र सिंह, नारनौंद एसडीएम विकास यादव, बरवाला एसडीएम राजेश कुमार, हिसार एसडीएम राजेंद्र सिंह, सीटीएम अश्वीर सिंह, डीआरओ राजबीर सिंह धीमान, सिविल सर्जन डॉ. योगेश शर्मा व डॉ. रत्ना भारती, डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. जया गोयल सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।