यूनिक हरियाणा हिसार: 8 मई
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के.पी. सिंह के द्वारा विश्वविद्यालय के अधिकारियों को दिए गए आवश्यक दिशा-निर्देशों के अनुसार व अंतरराष्ट्रीय छात्रावासों में रह रहे छात्र व छात्राओं को कोविड-19 के संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए अपने संप्रेषित संदेश में बताया कि जीवन की इस कठिन घड़ी में संयमित होकर आगे बढने की जरूरत है जिसको जीवन में सकारात्मकता और संयमित दृष्टिकोण के साथ बनाये रखा जा सकता है। ऐसा करना जीवन के लिए सफल कुंजी है और इस धरोहर को जिन्दा रखना समय की बहुत बड़ी मांग भी है।
विद्यार्थियों को ताजा फल व सब्जियों की निरंतर सुविधा मुहैया हो, इस विषय को लेकर विश्वविद्यालय के दोनों अंतरराष्ट्रीय छात्रावासों में सामाजिक दूरी बनाते हुए अधिकारीगण ने एक मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमें विश्वविद्यालय के निदेशक, छात्र कल्याण डॉ देवेन्द्र सिंह दहिया, सहायक निदेशक छात्र कल्याण डॉ जीतराम शर्मा व डॉ. मंजू मेहता, मेडिकल अफसर डॉ मीनाक्षी ग्रेवाल, वार्डन डॉ. अनिल वत्स व डॉ. जयन्ती टोकस उपस्थित रहें।
डॉ. देवेन्द्र सिंह दहिया ने छात्र व छात्राओं को बताया कि कोरोना वायरस और मौसम की नजाकत को ध्यान में रखते हुए एयर कंडीशनर के उपयोग से बचा जाएं और अपने कमरों के दरवाजे और खिड़कियां प्राकृतिक हवा के लिए ज्यादातर खुले रखें। डॉ. जीतराम शर्मा व डॉ. मंजू मेहता ने छात्रों को नित्य अभ्यास, प्रणायाम, योगासन करने के लिए प्रेरित किया। उन्होनें छात्रों को बताया कि दैनिक जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं से संबंधित किसी भी समस्या के लिए उनसे सम्पर्क साधा जा सकता है।
डॉ. मीनाक्षी ग्रेवाल ने बताया कि पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखते समय कई बीमारियों से बचा जा सकता है अगर उचित साफ सफाई न रखी जाएं तो इंफेक्शन का खतरा होने की संभावना हो सकती है। वायरस के लक्षण बताते हुए उन्होनें खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, बुखार आदि होने की स्थिति में उनको तुरन्त अपने व्यक्तिगत सम्पर्क सूत्र पर सम्पर्क करने की सलाह दी। उन्होनें ने छात्रों की जिज्ञासा संबंधित प्रश्नों के जवाब दिये और साथ ही उनको उचित प्ररेणा भी दी। भारत सरकार व हरियाणा सरकार द्वारा समय- समय पर जारी दिशा-निर्देशों को अनुसरण किया जा रहा है।
सकारात्मक सोच व संयमित दृष्टिकोण जीवन की अमूल्य धरोहर - प्रो. के.पी. सिंह