राष्ट्रीय स्तर के निजी बैंको की मनमानी से कुटीर ग्रामीण उद्योग बन्द हो रहे है-जसवन्त गोयल

हिसार 14 मई 
 अखिल भारतीय लघु उद्योग भारती हांंसी के उपाध्यक्ष जसवन्त गोयल ने कहा कि टाइनी कुटीर उद्योग लोक डाउन के कारण लगभग बन्द होते जा रहे थे परंतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फि र से नई जान फूं क दी है आज यह स्थिति है छोटे छोटे उद्योगों से राष्ट्रीय स्तर के निजी बैंक 15 प्रतिशत ब्याज चार्ज कर रहे है । उद्योग विभाग द्वारा टाइनी कुटीर रूरल इंडस्ट्रीज स्कीम के अंर्तगत अपने उद्योग को रजिस्टर्ड करवाने पर राष्ट्रीय सरकारी बैंक निजी बैंको की तुलना में आधे ब्याज में लोन दे रहे है जबकि निजी बैंक घर घर जाकर लोन दे रहे है जब भोले भाले ग्रमीण उनके चंगुल में फ स जाने के बाद  रिजर्व बैंक को अधिक चार्ज किये गए ब्याज खर्चे   को रिफ ण्ड करवाने की  शिकायत करने पर अन्य निजी बैंको द्वारा पास किये हुए लोन तक को  डिसबर्ष करने से मना कर देते है । सरकार से पुरजोर मांग करते हुए जसवंत गोयल  ने कहा सरकार को ऐसे  निजी बैंको पर अंकुश लगाना चाहिए ओर ग्रामीण क्षेत्रो के बड़े बड़े गावो में कम से कम एक सरकारी राष्ट्रीय बैंक अवश्य होना चाहिए ताकि निजी बैंक अपनी मनमानी ना कर सके एग्रीकल्चर सीजन में कृषि उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सस्ते ब्याज पर लोन मुहैया करवाया जावे तो  खेतीहर युवा शहरो मे नोकरी के पलायन नही करेगे इसके लिए  ग्रामीण उद्योगों को 24 सो घन्टे रुपये निकलने  जमा कराने की सुविधा भी दी जानी आवश्यक है इस लिए विशेष कर बड़े गावों में  सरकारी बैंक की एटीएम को  मशीन को लगाया जाना बहुत आवश्यक है । श्री गोयल ने कहा आज बिजली की दरें इतनी बढ़ चुकी है स्माल स्केल उद्योगों की तुलना में ग्रामीण कुटीर उद्योगों को रॉमैटियल ओर तैयार माल बेचने के लिए शहरो में जाना पड़ता है इससे ट्रांसपोर्ट का खर्चा बहुत बढ जाता है इसलिए सरकार को चाहिए उन्हें सस्ते रेट पर कमर्शियल व्हीकल लोन देवे ।  एग्रीकल्चर फ ीडर से जुड़े कुटीर उद्योगों में बार बार कट लगने से प्रॉडक्शन प्रभवित होती है  इसलिए सरकार हरित क्रांति कार्यक्रम के तहत बड़े सोलर इन्वर्टर पर ग्रमीणों को कम ब्याज पर लोन दिलवाये इससे का बिजली खर्च  कम हो जायेगा ओर डैडम् सेक्टर से कम रेट पर माल बेचने सकेंगे आज  प्राइवेट बैंक भोले भाले ग्रामीणों से प्रेफर्ड कस्टमर के नाम पर खाते खोलकर कुटीर उद्योगों से मनमर्जी ब्याज व खर्चे लगा कर लूट रहे है और उनके हेड ऑफिस को शिकायत किये जाने पर भी कोई सुनवाई तक नही करते यहाँ तक कि किसानो या छोटे मोटे उद्योग ट्रेक्टर या ट्रांसपोर्ट लोन केवल निजी बैंको के चहेते डिलर से ही व्हीकल लेने पर लोन देते है यहाँ तक कि लोन सेंक्शन लेटर भी नही देते ताकि बाद में मनमर्जी ब्याज चार्ज किया जा सके । ग्रामीण पट्रोल पंप पर एटीएम मशीन लगाने से किसानों ग्रामीणों को आवश्यकतानुसार रुपये जमा व निकलवाने के लिए बार बार शहरों में जाने से कोरोना संक्रमण होने का खतरा बना रहता है इसलिए पेट्रोल पंप जो कि 24 सो घन्टे खुले रहते उन पर सरकारी बैंको की एटीएम मशीन लगवाने से किसानों को खचों ए समय की बचत होगी  असोसिएशन के उपप्रधान जसवन्त गोयल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री  हिसार भिवानी को पत्र भेजकर पेशकश की है  यदि कोई राष्ट्रीय सरकारी बैंक की ब्रांच या 24 घन्टे का मशीन लगाना चाहता है तो कोरोना काल अवधि में  निशुल्क  बिल्डिंग  बिजली एजरनेटर 24 गुणा 7 घन्टे फ्री सर्विस का एटीएम  मशीन लगाने पर कोई किराया बिजली खर्च नही लिया जाएगा स्टेट हाइवे नम्बर 12 के 27 किलोमीटर बीच मे कोई राष्ट्रीय स्तर का सरकारी बैंक नही है ।