प्रवासी श्रमिकों को गृह राज्य भिजवाने तक शैल्टर होम में उपलब्ध करवाई जाएंगी समुचित सुविधाएं : विनय सिंह

हिसार, 20 मई।
हिसार मंडल आयुक्त विनय सिंह ने आज जिला के कई शैल्टर होम्स का दौरा कर यहां प्रवासी श्रमिकों को मिल रही सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां रह रहे श्रमिकों से बातचीत की और उनकी समस्याओं की जानकारी ली। उन्होंने श्रमिकों को भरोसा दिलाया कि जब तक उन्हें उनके गृहराज्य भिजवाने की व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक उन्हें शैल्टर होम में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जाएगी। मंडलायुक्त ने अधिकारियों को प्रवासी श्रमिकों की सुविधाओं के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
मंडल आयुक्त ने कहा कि दूसरे जिलों या राज्यों से चलकर अपने गृह राज्य जाने वाले श्रमिकों को ठहराने के लिए हिसार के अलग-अलग क्षेत्रों में शैल्टर होम्स बनाए गए हैं। इन शैल्टर होम्स में लगभग 660 प्रवासी श्रमिकों को ठहराया गया है और इनके लिए यहां खाने व रहने के अलावा मनोरंजन सहित अन्य जरूरी प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बताया कि हिसार के राधा स्वामी सत्संग भवन में इस समय 348 प्रवासी श्रमिक ठहरे हुए हैं जिनमें 275 बिहार के, 70 मध्यप्रदेश के तथा 3 झारखंड राज्य के हैं। इसी प्रकार विश्वकर्मा धर्मशाला में बिहार के 149 प्रवासी श्रमिक, ब्राह्मïण धर्मशाला में बिहार के 124 प्रवासी श्रमिक, स्थाई शैल्टर होम में बिहार के 4 श्रमिक तथा हांसी स्थित राधा स्वामी सत्संग भवन में 36 प्रवासी श्रमिकों को ठहराया गया है।
उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव की आशंका और कोरोना संक्रमण के खतरे के मद्देनजर प्रवासी श्रमिकों को शैल्टर होम्स में ठहराया गया है। इच्छुक श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भिजवाने के लिए सरकार द्वारा आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। श्रमिकों के गृह राज्यों के साथ सहमति के आधार पर इन्हें ट्रेन व बसों के माध्यम से भिजवाने की व्यवस्था की जा रही है। हिसार रेलवे स्टेशन से इसी माह 2 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से 2400 से अधिक व बसों के माध्यम से भी काफी संख्या में श्रमिकों को उनके गृह राज्यों तक भिजवाया जा चुका है।
मंडल आयुक्त ने प्रवासी श्रमिकों को समझाया कि यदि वे चाहें तो उनके लिए जिला में औद्योगिक इकाइयों व वाणिज्यिक प्रतिष्ठïानों में रोजगार का प्रबंध भी प्रशासन द्वारा किया जा सकता है। अब चूंकि अधिकतर काम-धंधे शुरू हो चुके हैं, इसलिए श्रमिकों के लिए काम की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में धान बुआई व अन्य कृषि कार्यों से जुड़े कार्य भी जल्द शुरू हो जाएंगे। यदि उन्हें कम वेतन मिलने, फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा किसी प्रकार से परेशान करने, मकान मालिक द्वारा किराए के लिए दबाव डालने अथवा मकान खाली करवाने जैसी शिकायतें मिली तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान हिसार के एसडीएम राजेंद्र सिंह, सीटीएम अश्वीर सिंह सहित अन्य अधिकारी भी उनके साथ थे।