हिसार।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी विशेष ट्रेन के संचालन की प्रत्येक गतिविधि पर चंडीगढ़ से ही नजर रखे हुए थे। वे प्रशासनिक अधिकारियों तथा पुलिस अमले से पल-पल की रिपोर्ट ले रहे थे। ट्रेन के चलने से पहले उन्होंने प्रवासी श्रमिकों के लिए किए गए विभिन्न प्रबंधों की समीक्षा की और कहीं कोई चूक ना रहे इसके लिए उन्होंने श्रमिकों से भी मोबाइल वीडियो कॉल के माध्यम से व्यवस्थाओं के संबंध में प्रतिक्रिया ली।
कटिहार के मूल निवासी और फिलहाल बरवाला उपमंडल में मेहनत मजदूरी करने वाले श्रमिक मक्खन से वीडियो कॉल के माध्यम से बात करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उनसे पूछा कि उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी तो नहीं हुई। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए श्रमिक ने बताया कि वे और उसके 26 साथी बिहार से आए थे और बरवाला में रह रहे थे। अचानक कोरोना के फैलने से उनके काम-धंधे बंद हो गए। हालांकि प्रशासन के स्तर पर उन्हें सभी भोजन के साथ-साथ अन्य सभी सुविधाएं मिल रही थीं लेकिन फिर भी उनका अपने परिवार से मिलने का मन हो रहा था। लॉकडाउन में तमाम परिवहन व्यवस्थाएं बंद होने से एक बार तो उन्हें लगा कि वे आसानी से अपने घर नहीं जा पाएंगे लेकिन सरकार द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी होने से उन्हें कुछ उम्मीद बंधी और उन्होंने अपना पंजीकरण करवा दिया। इसके बाद प्रशासन की तरफ से उन्हें बिहार भेजे जाने के बारे में सूचित किया गया। स्वास्थ्य संबंधी जांच व अन्य औपचारिकताओं के बाद उन्हें बसों के माध्यम से हिसार लाया गया। यहां भोजन व पानी के इंतजाम किए गए थे।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने उनसे पूछा कि उन्हें इस कार्य के लिए कोई पैसा तो नहीं देना पड़ा तो श्रमिक मक्खन ने कहा कि उनका एक रुपया भी खर्च नहीं हुआ है। रेल के किराए से लेकर अन्य सभी व्यवस्थाएं प्रशासन द्वारा निशुल्क की गई हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें अवगत करवाया कि प्रदेश सरकार ने बिहार सरकार से बात करके आगे के भी सभी प्रबंध करवा दिए हैं। उन्होंने बताया कि जो श्रमिक अभी भी राज्य में कहीं फंसे हुए हैं उनके पंजीकरण किए जा रहे हैं। पंजीकृत श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भिजवाने की व्यवस्था की जाएगी। श्रमिक चाहे किसी भी राज्य का हो, आपदा की इस घड़ी में हरियाणा सरकार मजबूती से उनके साथ खड़ी रहेगी और प्रशासन व सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन पर अपना पंजीकरण करवाने वाले प्रत्येक प्रवासी श्रमिक को आने वाले दिनों में रेलगाडिय़ों के माध्यम से उनके घरों तक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ से ली पल-पल की रिपोर्ट, श्रमिक से मोबाइल वीडियो कॉल से व्यवस्थाओं के संबंध में फीडबैक लिया