हिसार, 21 मई।
लाकडॉउन के चलते जो किसान अपनी फसलों का पंजीकरण नहीं करवा पाए थे, उन्हें अब सरकार ने अपनी सब्जी एवं फलों की फसलों का पंजीकरण करवाने के लिए आगामी 31 मई तक का समय दिया है।
यह जानकारी देते हुए जिला बागवानी अधिकारी सुरेंद्र सिहाग ने बताया कि जिन किसानों ने अपनी फसल का पंजीकरण नहीं करवाया है वे 31 मई से पहले पंजीकरण करवा लें। पंजीकृत किसान ही भावांतर भरपाई योजना का लाभ ले सकते हैं। योजना के अनुसार सरकार ने फसलों के मुल्य निर्धारित कर दिए हैं। किसानों की फसल निर्धारित मूल्य से कम मूल्य पर बिकने की स्थिति में अंतर की भरपाई सरकार करेगी। जिले में करीब 20 हजार सब्जी उत्पादक किसान हैं। ऐसे में अभी तक पंजीकरण से वंचित किसान अपनी फसलों का पंजीकरण करवाते हुए योजना का लाभ ले सकते है।
जिला बागवानी अधिकारी ने बताया कि सरकार ने टमाटर, प्याज, घीया एवं करेला सहित 9 फल व सब्जियों का पंजीकरण करवाने के लिए समयावधि बढ़ाई है। ऐसे में इनकी खेती करने वाले किसान मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर एफएएसएलएचआरवाई डॉट इन पर जाकर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। इसके अलावा किसान निकटवर्ती ई-दिशा के साथ मार्केटिंग बोर्ड व बागवानी विभाग के कार्यालय में आकर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। इससे किसानो की फसल का सुरक्षित भाव हो जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को भाव के संबंध में चिंता करने की जरूरत नहीं होगी। सरकार ने टमाटर का 500 रुपये प्रति क्विंटल, प्याज का 650 रुपये, भिण्डी का 1050 रुपये, घीया का 1450 रुपये, करेला का 1350 रुपये, मिर्च का 950 रुपये, बंैगन का 500 रुपये, शिमला मिर्च का 900 रुपये तथा आम का 950 रूपये फ सल संरक्षित मूल्य निर्धारित किया गया है।
भावांतर भरपाई के तहत फल व सब्जियों के पंजीकरण के लिए बढ़ी समय सीमा का लाभ उठाएं किसान