बैक डेट से मिली 23 संस्थानों के टीचर कोर्स को मान्यता

दिल्ली -केंद्र सरकार ने कई टीचर कोर्स को बैक डेट से मान्यता दे दी है। इन कोर्स को कर चुके लोगों के पास शिक्षक ट्रेनिंग तो थी, लेकिन उनके विश्वविद्यालय ने ऐसे कोर्स की पढ़ाई करवाने के लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से मान्यता नहीं ले रखी थी।


इसी के चलते इन शिक्षकों के डिग्री हासिल कर लेने के बाद भी उसे मान्यता नहीं मिल पा रही थी। अब सरकार ने नियमों में संशोधन करते हुए केंद्र व राज्य सरकारों के 23 संस्थानों को पिछली तारीख से ही कोर्स और डिग्री को मान्यता दे दी है, जिसकी अधिसूचना मानव संसाधन विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव मनीष गर्ग की ओर से जारी की गई है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ऐसे सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं दी हैं।
 
प्रमुख संस्थान संस्थान कोर्स


बनारस हिंदू विवि, आरजीएमसी मिर्जापुर बीएड (2006-2007से 2010-2011 तक)


अलीगढ़ मुस्लिम विवि मुर्शिदाबाद केंद्र बीएड ( 2013-14 से 2015-16 तक)


कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा एमएड, बीपीएड व एमपीएड (1995-96 से 2016-17 तक)


चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा सीपीएड (2003-04से 2015-18)
डीपीएड (2006-07)
बीपीएड (2007-08से 2017-18 तक)
एमपीएड (2004-2006 से 2017-18 तक)


चौधरी बंसीलाल विवि भिवानी एमपीएड (2014-15 से 2017-18 तक)


महर्षि दयानंद विवि रोहतक डीपीएड (2000-01 से 2005-06 तक)
बीपीएड ( 2006-07 से 2017-18 तक)
एमपीएड ( 2006-07 से 2017-18 तक)


राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) उत्तराखंड सरकार छह मास का विशेष बीटीसी ब्रिज कोर्स (2001-2018)


इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली डीपीई (2014-17), एमएड (2009-11), सीपीपीडीपीटी (केवीएस हेतु संचालित) (2014-17 तक)