यूनिक हरियाणा 29 अप्रैल -भारत के लिए एक और राष्ट्रीय आपदा से निपटने की परीक्षा है। ऐसा माना जा रहा है कि Horn of Africa जो की पश्चिमी अफ्रीका में स्थित है और इसमें एथोपिआ, सोमालिया आदि देश आते है से टिड्डों का एक बड़ा समूह दक्षिणी एशियाई देशों के खेतों की ओर बढ़ रहा है! The hindu समाचार पत्र की खबर के अनुसार सरकार दो जगह युद्ध लड़ने की तैयारी कर रही है एक कोरोना वायरस से और दूसरा टिड्डों से देश के खाद्य भंडारों की सुरक्षा के लिए!
एक आधिकारिक सूत्र ने The Hindu से कहा... “हम सबसे खराब स्थिति के लिए तैयारी कर रहे हैं। इन समूह Horn of africa से शुरू हुआ , और रेगिस्तानी क्षेत्र में प्रजनन से इनकी संख्या बहुत अधिक बढ़ गयी है, एक टिड्डे का समूह इतनी लम्बी यात्रा कर सकता है जो यमन, बहरीन, कुवैत, कतर, ईरान, सऊदी अरब, पाकिस्तान और भारत के ऊपर से गुजर सकता है, पंजाब में खेती के क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है। लेकिन हिंद महासागर के ऊपर से गुजरने वाली एक अन्य समूह सीधे प्रायद्वीपीय भारत में खेतों पर हमला कर सकता है, और फिर बांग्लादेश की ओर बढ़ सकती है। इसी के साथ साथ यह एक गंभीर खाद्य सुरक्षा समस्या पैदा कर सकता है!”
फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन (FAO) की वेबसाइट पर कहा गया है कि एक सामान्य टिड्डे के झुण्ड की क्षमता एक वर्ग किलोमीटर से कई सौ वर्ग किलोमीटर तक भिन्न हो सकती है। एक वर्ग किलोमीटर के झुंड में लगभग 4 करोड़ टिड्डे होते हैं जो एक दिन में 35,000 लोगों के जितना खाना खा सकते है , अगर यह माना जाये की प्रत्येक व्यक्ति प्रति दिन 2.3 किलो भोजन खाता है।
कोरोना वायरस के बाद अब भारत में टिड्डों (locust) के हमलों का खतरा