हिसार, 15 नवंबर।
उपायुक्त डॉ प्रियंका सोनी ने बताया कि जिले में 10 हजार श्रवण एवं वाणी दिव्यांग हैं। इनके समक्ष आने वाली समस्याओं के निराकरण के लिए जिला प्रशासन ने हैंड टॉक अभियान की शुरूआत की है, जिसके तहत सरकारी एवं निजी शिक्षण संस्थाओं के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
वे सोमवार को स्थानीय लघु सचिवालय परिसर स्थित जिला सभागार में निजी शिक्षण संस्थाओं के पीटीआई, ड्राइंग शिक्षकों के प्रशिक्षण शिविर को संबोधित कर रही थी। शिविर में भारतीय सांकेतिक भाषा का प्रचार एवं प्रसार तथा श्रवण एवं वाणी दिव्यांग बच्चों के समक्ष आने वाली समस्याओं का निराकरण करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सरकारी एवं गैर-सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति के साथ सांकेतिक भाषा के विषय को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। सरकारी एवं गैर-सरकारी स्कूलों के एक-एक शिक्षक को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके पश्चात प्रशिक्षित शिक्षक संबंधित स्कूलों में श्रवण एवं वाणी दिव्यांग बच्चों को इसका प्रशिक्षण देंगे। उपायुक्त ने बताया कि स्थानीय श्रवण एवं वाणी निशक्त जन-कल्याण केंद्र में सरकारी एवं गैर-सरकारी शिक्षण संस्थानों के 300 से अधिक अध्यापकों को अभी तक प्रशिक्षण दिया जा चुका है। उन्होंने प्रशिक्षण शिविर में जिला शिक्षा अधिकारी कुलदीप सिहाग, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी धनपत को भी सांकेतिक भाषा के प्रचार एवं प्रसार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। इस अवसर पर नि:शक्तजन कल्याण केंद्र के सहायक निदेशक सुबोध दुबे सहित विभिन्न निजी शिक्षण संस्थानों के शिक्षक उपस्थित थे।