शिक्षक वर्ग के लिए प्रासंगिक है आरंभिक प्रशिक्षण : डॉ. एम.एस. सिद्धपुरिया

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में नवनियुक्त वैज्ञानिकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
हिसार : 11 सितम्बर
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में नवनियुक्त अनुसंधान, शिक्षण व विस्तार के शिक्षकों एव वैज्ञानिकों के लिए आरंभिक प्रशिक्षण शुरू किया गया। प्रशिक्षण का आयोजन नवनियुक्त वैज्ञानिकों को विश्वविद्यालय के ढांचे व गतिविधियों की जानकारी देने को लेकर किया जा रहा है। प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय के निदेशक डॉ. एम.एस. सिद्धपुरिया ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम शिक्षक समुदाय के लिए बहुत ही प्रासंगिक है और उम्मीद है कि सभी प्रतिभागी इस कोर्स से अधिक से अधिक लाभ उठाएंगे। उन्होंने प्रतिभागियों को निदेशालय के संगठनात्मक सेट-अप से परिचित कराया और इसके चार प्रकोष्ठों में से प्रत्येक के कार्यों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से


फोटो  : प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते डॉ. एम.एस. सिद्घपुरिया एवं उपस्थित प्रतिभागी।


सफलतापूर्वक, पूरी लगन और मेहनत से इस रिफे्रशर कोर्स को पूरा करने का आह्वान किया। मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय की संयुक्त निदेशक व कार्यक्रम की संयोजक डॉ. मंजू मेहता ने बताया कि इस आरंभिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के 21 नवनियुक्त शिक्षक शामिल हैं। इस प्रशिक्षण के माध्यम से सभी प्रतिभागियों को विश्वविद्यालय की सभी गतिविधियों, नियमों, कानून, एक्ट एंड स्टेट्यूट्स, विश्वविद्यालय प्रशासन के संगठनात्मक ढांचे, महाविद्यालयों के संगठनात्मक ढांचे व गतिविधियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी जाएगी। कोरोना महामारी के चलते प्रतिदिन प्रशिक्षण शुरू होने से पहले प्रशिक्षण हॉल को सेनेटाइज करवाया जाता है और उसके बाद सामाजिक दूरी व मास्क का विशेष ध्यान रखा जाता है।
अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञ देते हैं व्याख्यान
सहायक निदेशक डॉ. जितेंद्र भाटिया ने बताया कि प्रशिक्षणार्थियों को प्रतिदिन अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञ व्याख्यान देते हैं, जिनमें विश्वविद्यालय के व बाहर के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। विश्वविद्यालय के एसवीसी श्याम सुंदर शर्मा ने विश्वविद्यालय के एक्ट एंड स्टेट्यूट्स व यात्रा भत्ता नियमों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के नियमों व कायदे कानूनों के बारे में प्रत्येक कर्मचारी को जानकारी होनी चाहिए, जो पूरे सेवाकाल में काम आती है।
प्रतिदिन विश्वविद्यालय के एक संस्थान का करवाया जाता है भ्रमण
विश्वविद्यालय में स्थापित विभिन्न कॉलेजों सहित अन्य संस्थानों में प्रशिक्षणार्थियों को प्रतिदिन किसी एक संस्थान का भ्रमण करवाया जाता है। इस दौरान यहां के संगठनात्मक ढांचे व गतिविधियों की जानकारी दी जाती है ताकि नवनियुक्त शिक्षक विश्वविद्यालय की प्रत्येक गतिविधि जो उनके सेवाकाल में काम आएगी, उससे अवगत हो सकें।