हिसार, 14 सितंबर।
फसल अवशेष प्रबंधन स्कीम के तहत जिला स्तरीय कार्यकारी कमेटी द्वारा कस्टम हायरिंग सेंटरों का चयन ड्रा के माध्यम से किया गया। जिला स्तरीय कार्यकारी कमेटी के समक्ष ड्रा की पूरी प्रक्रिया की गई। अतिरिक्त उपायुक्त महोदय के प्रतिनिधि लेखा अधिकारी जिला परिषद अशोक कुमार, उप कृषि निदेशक बलवंत सहारण, सहायक कृषि अभियंता गोपी राम सांगवान एचएयू से अनिल सरोहा, केवीके सदलपुर से अजित सांगवान, जिला सूचना अधिकारी एमपी कुलश्रेष्ठ तथा किसान मौजूद थे।
सहायक कृषि अभियंता गोपी राम ने बताया कि चयनित कस्टम हायरिंग सेंटरों को फोन करके बुलाया जाएगा एवं चयनित सूचि को सहायक कृषि अभियंता के कार्यालय बोर्ड पर प्रदर्शित की जाएगी। उन्होंने बताया कि चयनित कस्टम हायरिंग सेंटरों को 25 सितंबर 2020 तक सभी दस्तावेज जैसे कस्टम हायरिंग सेंटर की ऑनलाइन रजिस्ट्रेेशन की प्रति, सोसाइटी के दस्तावेज, सोसाइटी का पैन कार्ड, प्रधान का आधार कार्ड, सोसाइटी की बैंक पासबुक, अगर सोसाइटी अनुसूचित जाति से संबंधित है तो सोसाइटी के सभी सदस्यों का प्रमाण पत्र, कस्टम हायरिंग सेंटर के स्थान का पट्टानामा, सोसाइटी का साईटमैप व अगर ट्रैक्टर सोसाइटी के नाम है तो ट्रैक्टर की आरसी अथवा अगर किसी सदस्य के नाम है तो सोसाइटी के नाम ट्रैक्टर का किरायानामा आदि की प्रति कार्यालय में जमा करवाएं। दस्तावेज सही मिलने पर ही अनुदान पात्रता प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। सामान्य श्रेणी के 25 लक्ष्य के विरुद्ध सभी 25 कस्टम हायरिंग सेंटर का चयन कर लिया गया है व अनुसूचित जाति के 6 लक्ष्य के विरुद्ध सभी 5 प्राप्त आवेदित कस्टम हायरिंग सेंटर का चयन कर लिया गया। दस्तावेज सही न पाने पर उसका चयन रद्द मन जाएगा व प्रतीक्षा सूचि वाले कस्टम हायरिंग सेंटरों को मौका दिया जाएगा। चयनित कस्टम हायरिंग सेंटर 25 सितंबर 2020 तक कार्यालय में अपने दस्तावेज जमा करवाकर अनुदान पात्रता प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
कस्टम हायरिंग सेंटर का ड्रा द्वारा किया गया चयन