आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई ने हलके में नरमा व मूंग की फसलों में हुए नुकसान का जायजा लिया

हिसार (आदमपुर), 07 सितंबर : कांग्रेस सीडब्ल्यूसी मैंबर व विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि नरमा की फसल में सफेद मक्खी नामक बिमारी से हलके के गांवों में फसलें 90 प्रतिशत तक खराब हो चुकी हैं। आदमपुर, हिसार जिले सहित प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में खड़ी नरमा की फसलें इस अज्ञात बिमारी के से तबाह हो गई हैं, जिस वजह से किसानों को भारी आर्थिक हानि हुई है। किसानों को राहत देने के लिए उचित कदम उठाने की बजाय प्रशासन आदमपुर हलके के गांवों में मात्र 10 प्रतिशत नुकसान की रिपोर्ट देकर किसानों के जख्मों पर नमक छिड़क रहा है। आज स्वयं उन्होंने बालसमंद, ढोभी, सीसवाल, काबरेल, सदलपुर, कालीरावण, खैरमपुर, मोहबतपुर ढाणी, मोहबतपुर आदि गांवों में किसानों के साथ खेतों में जाकर नुकसान का जायजा लिया है। नरमा की फसल जहां सफेद मक्खी की वजह से पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है, वहीं मूंग की फसलें भी पानी की कमी से पीली पडऩे से नष्ट हो गई हैं। सरकार को चाहिए कि तुरंत उचित गिरदावरी व नुकसान का सही आकलन करवाकर किसानों को मुआवजा दे तथा खराब मूंग की फसलों का मुआवजा भी किसानों को दिया जाए।
        कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियां किसानों के लिए मुसीबत बन रही हैं, वहीं लगातार प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है। भाजपा की फसल बीमा योजना से किसानों को फायदे की बजाय नुकसान होता जा रहा है। नरमा की फसल का बीमा 500 से बढ़ाकर 1650 तो बीमा कंपनियों ने कर दिया, परंतु जब मुआवजा देने की बात आई तो तरह-तरह की शर्तें किसानों पर थोपी जा रही हैं। पूरे गांव की 90 प्रतिशत तक खराब फसल होने पर पर ही मुआवजा देने की शर्तें थोपी गई, जो कि किसानों के साथ अन्याय हैं। बीमा कंपनियों की सरकार के साथ मिलीभगत सीधे-सीधे नजर आ रही है, क्योंकि यह पूरी तरह से साफ हो चुका है कि सफेद मक्खी की बिमारी से नरमा की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं, उसके बावजूद भी प्रशासन मात्र 10 प्रतिशत का नुकसान दिखाकर लीपापोती कर रहा है। किसानों के साथ इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार व प्रशासन को चेताने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों के साथ मिलकर एक दिन का धरना दे चुके हैं। अगर समय रहते किसानों को नुकसान का मुआवजा नहीं मिला तो कांग्रेस पार्टी किसान हित में बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी। इस दौरान रणधीर पनिहार, जयवीर गिल, राजाराम खिचड़, संदीप ज्याणी, रणबीर बिजला, रामबीर महंत सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व किसान उपस्थित थे।