सरकार और प्रशासन पशुपालक के परिवार के साथ : राज्यमंत्री

अचानक मौत का शिकार हुई भैंसों के मामले में राज्यमंत्री अनूप धानक ने नंगथला पहुंचकर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी, मदद का भरोसा भी दिलाया


अग्रोहा, 24 जुलाई।

पुरातत्व-संग्रहालय एवं श्रम-रोजगार राज्यमंत्री अनूप धानक आज गांव नंगथला में रणवीर सिंह की पशु डेयरी पर पहुंचे और यहां आकस्मिक मौत का शिकार हुई भैंसों के मामले में डेयरी मालिक व परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने सांत्वना देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार और पूरा प्रशासन संकट की इस घड़ी में पीडि़त परिवार के साथ खड़ा है और इनकी हर संभव मदद की जाएगी। राज्यमंत्री ने पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजेंद्र वत्स व लुवास के चिकित्सकों से पूरे मामले की जानकारी ली और शेष पशुओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा के संबंध में की जा रही कार्रवाई बारे पूछा। उन्होंने कहा कि विभाग व प्रशासन के स्तर पर किसी प्रकार की कमी न छोड़ी जाए। इस अवसर पर एसडीएम राजेंद्र सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।

राज्यमंत्री अनूप धानक ने कहा कि जिला में इस प्रकार की यह शायद पहली घटना है जिसमें एक ही परिवार के इतने अधिक पशु अचानक मौत का शिकार हो गए। यह इस परिवार के लिए किसी सदमे से कम नहीं है। संकट की इस घड़ी में गांव ही नहीं बल्कि प्रशासन व सरकार भी पीडि़त परिवार के साथ है। उन्होंने कहा कि मैंने घटना के अगले ही दिन चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से इस घटना के संबंध में बात करते हुए पीडि़त परिवार के लिए हर संभव मुआवजा दिलवाने का अनुरोध किया है। पीडि़त परिवार की सरकार व प्रशासन के स्तर पर हर संभव मदद की जाएगी।

उन्होंने बताया कि पूरा प्रशासन, पशुपालन विभाग और लुवास के चिकित्सकों की टीमें दिन-रात पीडि़त परिवार और पशुओं की देखरेख में लगी हुई है। यहां पशु चिकित्सकों की तीन टीमें 8-8 घंटों की शिफ्टों में काम कर रही हैं ताकि शेष पशुओं के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखा जा सके। उन्होंने पशुपालन विभाग के उपनिदेशक को आगे और अधिक नुकसान से बचाव के संबंध में किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली।

उपनिदेशक डॉ. राजेंद्र वत्स ने बताया कि पिछले 16 घंटे से राहत है। अगले 2-3 दिन में स्थिति पर काबू पाने की पूरी उम्मीद है। उन्होंने बताया कि पशुपालक के लगभग 50 पशु मौत का शिकार हुए हैं जिनमें 20 बड़ी भैंस, 10 झोटी, 4 छोटे कटड़े और साल-डेढ़ साल की आयु के लगभग 16 पशु शामिल हैं। उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग के माध्यम से पीडि़त पशुपालक को बिना ब्याज का लोन दिया जा सकता है जिसके ब्याज का भुगतान विभाग करेगा। 

इस अवसर पर बीडीपीओ मनोज कुमार, हलका अध्यक्ष कैप्टन छाजू राम, मास्टर बलराज सिंह, प्रदीप काला सहित कई ग्रामीण व अधिकारी भी मौजूद थे।