जवान ही नहीं, बच्चे व बुजुर्ग भी दे रहे कोरोना को मात : भारती

60 साल से अधिक आयु के 7 व्यक्ति जबकि 10 साल से कम आयु के 9 बच्चे कोरोना को हराकर घर जा चुके


हिसार, 2 जुलाई।

जिला में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों का हौसला कोरोना वायरस पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है। कुल 250 कोरोना संक्रमित व्यक्तियों में से 178 व्यक्ति अब तक कोरोना से मुक्त हो चुके हैं। केवल जवान व्यक्ति ही नहीं, बुजुर्ग व बच्चे भी लगातार कोरोना को हराकर स्वस्थ हो रहे हैं। जिला में अब तक 60 वर्ष से अधिक आयु के 7 व्यक्ति कोरोना को मात देकर अस्पताल से घर जा चुके हैं जिनमें 2 महिलाएं व 5 पुरुष शामिल हैं। इसी प्रकार कोरोना को हराने वालों में 10 वर्ष से कम आयु के 9 बच्चे शामिल हैं। स्वस्थ होने वालों में 125 पुरुष जबकि शेष महिलाएं हैं।

यह जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ. रत्ना भारती ने बताया कि जिला में कोरोना पीडि़त व्यक्तियों के इलाज की समुचित व्यवस्था की गई है। कोरोना संक्रमण को रोकने में केंद्र व प्रदेश सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन का भी भरपूर सहयोग स्वास्थ्य विभाग को मिल रहा है। जिला उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी स्वयं चिकित्सक हैं जिनके मार्गदर्शन का लाभ भी जिला व स्वास्थ्य विभाग को मिल रहा है और हम कोरोना वायरस से बेहतर तरीके से निपटने में कामयाब होते जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों से कोरेाना संक्रमित व्यक्ति जब कोविड़ अस्पताल में लाए जाते हैं तो वे नर्वस और काफी घबराए हुए होते हैं। कई लोग तो कोरोना के नाम से ही इतने भयभीत होते हैं कि उन्हें लगता है कि वे अब जीवित घर नहीं जा पाएंगे। ऐसे व्यक्तियों की स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञ व चिकित्सक पहले काउंसलिंग करते हैं और उन्हें समझाते हैं कि यदि वे हिम्मत व हौसला रखेंगे तो अगले 10 दिन में ठीक होकर घर जा सकते हैं। अस्पताल में उपचाराधीन अन्य मरीजों व ठीक होकर घर जाने वालों को देखकर कमजोर दिल व्यक्तियों को भी हौसला मिलता है और वे इलाज में सहयोग करते हैं।

डॉ. भारती ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों की दिन-रात की मेहनत के चलते अब कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने की दर तेजी से बढ़ रही है। कोरोना के संक्रमण को रोकने की जिम्मेदारी केवल स्वास्थ्य विभाग या प्रशासन की नहीं है बल्कि हर आमजन को कोरोना के संक्रमण का चक्र तोडऩे में अपनी भूमिका निभानी होगी। कोरोना का इलाज संभव है लेकिन इलाज से बेहतर इससे बचाव है।

उन्होंने बताया कि कोरोना से घबराने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है लेकिन इससे बचाव के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरतनी जरूरी हैंं। कोरोना के संबंध में थोड़ी सी सावधानी भी स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकती है। जिलावासी यह ध्यान रखें कि वे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर न जाएं। यदि बहुत जरूरी हो तो ही घर से बाहर निकलें और बाहर जाते समय मुंह पर मास्क भी अवश्य लगाएं जिससे मुंह व नाक पूरी तरह से ढके हों। किसी भी व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें और दूसरों से कम से कम 6 फुट की दूरी जरूर रखें। घर हों या बाहर, थोड़े-थोड़े अंतराल पर अपने हाथ साबुन से धोते रहें अथवा सैनेटाइजर से साफ करते रहें। यदि हम अपना बचाव करेंगे तो हमारे साथ-साथ हमारे परिजन व अन्य लोग भी कोरोना से बचे रहेंगे।