राष्ट्रीय विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने रिलीज की हैंडबुक ऑफ फॉर्मेट्स-एन्श्यूरिंग इफेक्टिव लीगल सर्विसिज

हिसार, 5 जून।
  राष्ट्रीय विधिक सेवाएं प्राधिकरण के कार्यकारी चेयरमैन व सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस एनवी रमन ने वेबीनार के माध्यम से नाल्सा हैंडबुक ऑफ फॉर्मेट्स-एन्श्यूरिंग इफेक्टिव लीगल सर्विसिज रिलीज की। यह हैंडबुक गरीब व कमजोर तबके तक विधिक सेवाओं को प्रभावी तरीके से पहुंचाने के लक्ष्य से तैयार की गई है।
जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिव एवं सीजेएम अनमोल सिंह नायर ने बताया कि हैंडबुक के रिलीज अवसर पर जस्टिस एनवी रमन ने कोरोना वायरस व लॉकडाउन की स्थिति पर चर्चा करते हुए इससे हो रहे नुकसान, प्रवासी श्रमिकों के रोजगार को हो रहे नुकसान, उनके पलायन, मृत्यु की घटनाओं तथा इसके मनोवैज्ञानिक व घरेलू हिंसा के पहलुओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने लॉकडाउन में महिलाओं पर बढ़ते काम के बोझ, बच्चों के स्कूल न जाने की स्थिति पर भी चर्चा की।
जस्टिस एनवी रमन ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने आमजन की जागरूकता के लिए भी सराहनीय गतिविधियां की हैं। लॉकडाउन के दौरान घरों में बच्चों व महिलाओं के साथ होने वाली हिंसक घटनाओं पर संज्ञान लिया जाना जरूरी है। इसके लिए स्थापित किए गए वन स्टॉप सेंटर को और अधिक प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने की आवश्यकता है। महिलाओं को महिला अधिवक्ताओं के माध्यम से टेलीसर्विसिज के माध्यम से कानूनी सहायता दी जानी आवश्यक है।
उन्होंने कारागारों में बढ़ती बंदियों की संख्या को कम करने के लिए विधिक सेवाएं प्राधिकरण की भूमिका पर भी बल दिया। उन्होंने न्यायालयों में विचाराधीन मामलों, इनमें संलिप्त बंदियों आदि के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस संबंध में प्राधिकरण द्वारा भी महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नेशनल लीगल हेल्पलाइन नंबर 15100 को प्रभावी ढंग से संचालित किया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि हमें कोरोना व लॉकडाउन जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहना होगा और संकट का यह समय भी धीरे-धीरे गुजर जाएगा।