हिसार 04 जून : प्रिंटिंग प्रैस एसोसिएशन लॉक डाऊन शुरू होने से ही बेजुबान जानवरों के लिए निस्वार्थ भाव से खाद्य सामग्री की व्यवस्था कर रही है जो कि पुण्य का व सराहनीय कार्य है। यह बात आज हिसार विधानसभा से कांग्रेस की सीट पर चुनाव लड़ चुके वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रामनिवास राड़ा ने प्रिंटिंग प्रैस एसोसिएशन द्वारा सिरसा बाई पास स्थित ब्लू बर्ड के नजदीक बंदरों के लिए निरंतर दी जा रही खाद्य सामग्री के दौरान आज अपनी सेवाएं देती हुए कहीं। बंदरों के लिए आज की खाद्य सामग्री की व्यवस्था रामनिवास राड़ा ने की और उन्होंने अपने हाथों से बंदरों को खाद्य सामग्री दी। इस मौके पर प्रिंटिंग प्रैस एसोसिएशन के प्रधान अनिल ढुल, भाई घन्हैया सेवा समिति के हरपाल सिंह दर्द व समाज सेविका बबली चाहर आदि मौजूद रहे।
इस अवसर पर रामनिवास राड़ा ने कहा कि ऐसे परमार्थ के कार्य करने से केवल हमें आत्मिक शांति ही नहीं मिलती बल्कि इससे हमारे घर में सुख शांति बनी रहती है और परमात्मा के आशीर्वाद से इंसान का जीवन सरल व सुगम हो जाता है। धर्म व परमार्थ से जुड़े लोगों के घर में व जीवों की सेवा से घरों में बीमारी, दुख, तकलीफ व संकट इत्यादि दूर रहेंगे। राड़ा ने बताया कि हमें शुरू से ही परिवार से ही पारंपरिक रूप से ऐसी शिक्षा मिली है। मेरे पिताजी भी इसी प्रकार से जीवों की सेवाएं करते थे और उन्हीं के पुण्य कर्मों की बदौलत हम भी उनके पद्चिन्हों पर चल रहे हैं और वर्ष 1985 से लगातार इस तरह की सेवाएं करते हैं। राड़ा ने कहा कि जो समाज व जीवों के ऐसे नियमित रूप से कार्य करता रहता है तो मालिक उसके लिए स्वर्ग का द्वार खोल देते हैं और उसे इस लोग और परलोक में सुख शांति मिलती है। कलयुग में केवल धर्म ही इंसान की रक्षा करता है।
रामनिवास राड़ा ने कहा कि हम सभी अपने लिए जीते हैं लेकिन हमें अपने स्वार्थों के अलावा दूसरे प्राणियों की सेवा के लिए भी समय निकालना चाहिए। इस प्रकार की निस्वार्थ सेवा से न केवल हमारे सामाजिक योगदान की पूर्ति होती है बल्कि आत्म सुख भी मिलता है। प्रिंटिंग प्रैस एसोसिएशन यह सराहनीय एवं पुनीत कार्य कर रही है जिसके लिए एसोसिएशन प्रधान अनिल ढुल, हरपाल सिंह दर्द, समाज सेविका बबली चाहर व अन्य जो भी लोग इस मुहिम से जुड़े हैं वे बधाई व प्रशंसा के पात्र हैं। प्रधान अनिल ढुल ने रामनिवास राड़ा के वहां पहुंचकर सेवाएं देने पर उनका धन्यवाद व्यक्त किया।
निस्वार्थ भाव से की गई प्राणियों की सेवा से मिलता है आत्म सुख : रामनिवास राड़ा