चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवकों ने जरूरतमंदों को किए मास्क वितरित

हिसार: 3 जून
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के.पी. सिंह ने कृषि महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवकों द्वारा कोरोना महामारी के चलते किए गए कार्यो की प्रशंसा की। उन्होनें बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना का मुख्य सिद्वान्त ‘मै नहीं बल्कि तुम’ है जिसका साक्षात् उदाहरण विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय स्वयसेवकों ने प्रस्तुत किया है।
प्रो. के.पी. सिंह ने छात्र कल्याण निदेशक डॉ. देवेन्द्र सिंह दहिया के मार्गदर्शन में छात्रों द्वारा समाज के प्रति संवेदनशील व कर्तव्यनिष्ठ रहकर किए कार्यों को सराहनीय बताया। स्वयंसेवकों ने महामारी के दौरान जरूरतमंदों को खाना बांटना, मास्क वितरित करना, प्रवासी मजदूरों से फोन पर उनकी जरूरतों का पता करना, बेजुबान पशुओं को चारा खिलाना, पक्षियों के लिए पानी व दाना डालकर अपने कर्तव्यों का पालन किया। राष्ट्रीय सेवा योजना के संयोजक डॉ. भगत सिंह ने बताया कि इस महामारी के दौरान स्वयसेवक अभिषेक व मनोज कुमार के नेतृत्व में छात्रों ने शहर में जरूरतमंदों को खाना व मास्क वितरित किए। इसी के साथ स्वयसेवकों ने प्रवासी मजदूरों से फोन पर उनकी जरूरतों के बारे में पूछा व उनका समाधान करवाया। स्वयसेवकों ने अनाथ आश्रम व वृद्धाश्रम में जाकर भी खाने की वस्तुएं वितरित की। स्वयसेवकों ने लोगों को आरोग्य सेतू ऐप के बारे में जानकारी दी व इसे डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया। लोगों को मास्क पहनने, बार-बार हाथ धोने, भीड़-भाड़ से दूर रहने व स्वच्छता के प्रति भी जागरूक किया। इस विकट घड़ी मे छात्रों ने पशु-पक्षियों का भी पूरा ध्यान रखा। उन्होनें पशुओं को चारा खिलाया व इस गर्मी के मौसम में पक्षियों के लिए पानी व दानें के सकोरे पेड़ों पर लटकाए। उन्होनें कहा कि जब तक कोरोना वायरस के लिए कोई वैक्सीन नही बन जाती हमें कोरोना के साथ ही जीवन जीने की आदत डालनी होगी। हमें इन बातों का ध्यान रखना होगा - घर में मास्क लगाकर ही बाहर निकलें, सोशल डिस्टैसिंग बनाए रखे, बार-बार  हाथ को साबुन से धोएं, बिना हाथ धुलें आँख, नाक, मुँह और चेहरे को न छुएँ, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र में जाने से बचें, काम होने पर ही बाहर जाएं। तभी हम कोरोना महामारी पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।