नई दिल्ली : कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन के चलते सभी स्कूल बंद कर दिए गए है। इसके तहत घर पर कैद छात्र ऑनलाइन एजुकेशन माध्यम से स्टडी कर रहे है। लेकिन छात्रों के लिए ऑनलाइन स्टडी बहुत ज्यादा परेशानी कर रही है। एमपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं अब तक स्थगित हैं, स्थगित पेपर की तैयारी करवाने के लिए सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेज चल रही है। 9वीं से 12वीं कक्षा तक में पहुंचने वाले की भी तैयारी शुरू हो गयी है। छात्रों के पास स्मार्टफोन और इंटरनेट की सुविधा न होने की वजह से छात्रों की स्टडी प्रभावित हो रही है। इसके कारण अब ऑनलाइन क्लासेज के साथ अब स्कूल शिक्षा विभाग 09 वीं से 12वीं तक के छात्र छात्राओं को घर तक नोट्स पहुंचाने जा रहा है।
अब शिक्षकों पर घर नोट्स पहुंचाने का जिम्मा
स्टूडेंट के घर तक नोट्स पहुंचाने की जिम्मेदारी शिक्षक की होगी। प्रदेश भर में 9वीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के घर नोट्स पहुंचाने का जिम्मा शिक्षकों पर होगा। स्कूल शिक्षा विभाग हर जिले में हर वार्ड के हिसाब से शिक्षकों की लिस्ट तैयार करवा रहा है।सभी तरह की लेटेस्ट विविध एवं शैक्षणिक खबरों के लिए "हरियाणा एजुकेशनल अपडेट" फेसबुक पेज ज्वाइन करें।
टीचर लिस्ट हुई जारी
स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश भर के डीईओ (जिला शिक्षा अधिकारियों) से स्टूडेंट्स के नाम और एड्रेस के साथ सूची तैयार करने के निर्देश दिए है। प्रदेशभर के छात्र छात्राओं के नाम और पते की लिस्ट तैयार होने के बाद हर वार्ड के हिसाब से छात्रों को नोट्स देने शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी. ग्रीन जोन वाले जिलों से स्टूडेंट के घरों तक नोट्स पहुंचाने की पहल होगी।
स्मार्टफोन ना होने से ऑनलाइन क्लासेज प्रभावित
सरकारी स्कूलों में ज्यादातर छात्र-छात्राओं के पास स्मार्टफोन ना होने की समस्या सामने आ रही है।100 में से करीब 30 फ़ीसदी छात्र-छात्राएं ऐसे हैं, जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है। स्मार्टफोन ना होने के चलते शहरी के साथ ग्रामीण इलाकों के 30 फ़ीसदी स्टूडेंट ऑनलाइन क्लासेज में भाग नहीं ले पा रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने अब स्मार्टफोन ना होने की समस्या के चलते ही घर-घर नोट्स पहुंचाने की तैयारी की है।