अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस पर हकृवि परिवार के मुखिया ने विदेश में गए वैज्ञानिकों व विद्यार्थियों का हाल जाना

हिसार: 15 मई
आज अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस के अवसर पर चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. के.पी. सिंह ने परिवार के मुखिया के रूप में अमेरिका, न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया में स्पार्क एवं आईडीपी परियोजनाओं के तहत गए वैज्ञानिकों व छात्र-छात्राओं का जूम मिटिंग एप के माध्यम से वीडियो कान्फ्रैसिंग करके हाल-चाल जाना और उनके अच्छे स्वास्थ्य और अच्छे भविष्य की कामना कर सभी को शुभ आशीष प्रदान किया। साथ ही विदेश में गए हुए वैज्ञानिकों व छात्र-छात्राओं की अवधि पूरी होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने उनको वहां पर उनकी जरूरत के अनुसार हर संभव सहायता मुहैया करवाने के लिए आश्वासन दिलाया और बताया कि यदि विद्यार्थियों को किसी प्रकार के दस्तावेज, रेफरेन्स लेटर, सर्टिफिकेटस इत्यादि की जरूरत पड़ती है तो संबंधित सहायता के लिए विश्वविद्यालय परिवार को सूचना दें और पूरा हकृवि परिवार उनके साथ खड़ा है।
कुलपति प्रो. के.पी. सिंह ने सभी से आग्रह किया है कि सभी वहां के नियमानुसार कोविड-19 के संक्रमण से बचकर रहें : योगा करें, खुश रहे, स्वस्थ रहे। उनका सन्देश सम्प्रेषित होने के साथ सभी खुशी से गद्गद हो गए। उन्होने वैज्ञानिकों व विद्यार्थियों को इस कोविड-19 से प्रभावित समय का सदुपयोग करने व विशेष तौर पर विदेशों के विश्वविद्यालयों के साथ बेहतर सम्पर्क बनाने, कृषि संबंधी आधुनिक शोध से जुड़ी सम्भावनाएं तलाशने की सलाह दी ताकि विश्वविद्यालय के शिक्षण व शोध कार्यक्रमों को मजबूती मिले व विद्यार्थी आपस में बेहतर तालमेल करके विश्वविद्यालय को दुनिया में एक विशेष पहचान दिला सकें।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने विदेश में रह रहें वैज्ञानिको और छात्र-छात्राओं के साथ एक व्हाटसएप ग्रुप बना रखा है जिसके माध्यम से उनकी दैनिक गतिविधि व उनकी कार्यशैली के बारे मे जानकारी लेते रहते है। इस व्हाटसएप ग्रुप में विद्यार्थियों द्वारा शेयर की गई वीडियों के माध्यम से पता चलता है कि हकृवि के विद्यार्थियों की दिनचर्या विदेश में रहकर भी कितनी विशेष है जिसमें भारतीय संस्कृति के अनुसार योगाभ्यास व प्राणायाम के अलावा समय-समय पर हवन इत्यादि भी करते है व सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसे नृत्य, गायन व काव्य पाठ करके अपने आपको तरोताजा रखते है।
आइडीपी परियोजना के तहत मैसी यूनिवर्सिटी, न्यूजीलैंड में सुमे मलिक, कन्नोज, प्रतीक, साहिल, विनित कुमार, अमन मदान और सिडनी विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया में सनी मंजनू,   हेमंत,   भूषण, अंजलि राणा, आरजू व संध्या से चल रही परियोजनाओं व उनके तहत विद्यार्थियों के प्रशिक्षण की जानकारी ली। स्पार्क परियोजना के तहत मैसी यूनिवर्सिटी, न्यूजीलैंड में डॉ.अक्षय कुमार व डॉ. वीरेंद्र सिंह से कुशल क्षेम पूछा और उनको बच्चों से सम्पर्क बनाए रखते हुए उनकी देखभाल रखने के लिए सुझाया। वैज्ञानिको व विद्यार्थियों से बातचीत के दौरान यह भी बताया कि हम आपके लिए विदेशी आयोग और भारतीय उच्चायोग से लगातार सम्पर्क बनाए हुए है ताकि उनको समय अनुसार सूचनाएं मिलती रहें व एडवाइजरी के अनुरूप उनके वापस आने संबंधी सूचनाओं का आदान-प्रदान होता रहें। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के ओएसडी डॉ. एम.के. गर्ग, निदेशक अनुसंधान डॉ. एस.के. सहरावत, कुलसचिव डॉ. बी.आर. कम्बोज व अधिकारीगण उपस्थित थे।