हिसार, 30 अप्रैल। कोरोना वायरस संकट के चलते लॉकडाउन की स्थिति में शहर के ऑटो चालकों के समक्ष आर्थिक परेशानी पैदा हो गई है। इस कारण वीरवार को हिसार ऑटो रिक्शा सेवादल सोसाइटी (रजि. नं. 02797) के पदाधिकारी अपनी समस्या के समाधान के लिए उपायुक्त कार्यालय में गए। उपायुक्त कार्यालय में पत्र के माध्यम से उन्होंने अपनी समस्या रखी।
सोसाइटी के जिला प्रधान जसवन्त सिंह रंगा ने कहा कि लॉकडाउन की स्थिति में ऑटो चालकों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर में करीब पांच हजार ऑटो चालक हैं। सरकार का इन ऑटो चालकों की तरफ कोई ध्यान नहीं है और सरकार तथा प्रशासन से कोई सहायता नहीं मिल रही है। उनकी आजीविका का साधन केवल ऑटो ही हैं। लॉकडाउन के चलते उनके समक्ष समस्याएं पैदा हो गई हैं। ऑटो चालक रोजाना ऑटो चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं लेकिन एक माह से ज्यादा समय बीत गया और उनके सामने कई चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। उन्होंने बताया कि बिजली बिल, दूध बिल, बच्चों की फीस, ऑटो की किस्त व रोजमर्रा के अन्य खर्च उसी प्रकार जारी हैं। परिवार का गुजारा चलाना मुश्किल होता जा रहा है। उन्होंने पत्र के माध्यम से मांग की कि दिल्ली सरकार जिस प्रकार टैक्सी व ऑटो चालकों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है, हरियाणा सरकार भी उन्हें इस प्रकार राहत दे सकती हैं। सोसाइटी के महासचिव दीपक सेहरा, उपप्रधान राजेंद्र स्वामी, सलाहकार संदीप शर्मा, कैशियर राजेंद्र बीका, पवन कुमार, सुरेश कुमार, नरेश, कुमार, रमेश, संजय राठौर, तिलक आदि ने कहा है कि यदि मुसीबत के समय ऑटो चालकों को सरकार व प्रशासन से मदद मिल जाए तो उनकी परेशानी कम हो सकती है।
जिला प्रशासन को पत्र देकर ऑटो चालकों ने मांगी आर्थिक राहत