राज्य पशुधन प्रदर्शनी 13 से 15 तक करनाल में,

यूनिक हरियाणा हिसार, 4 मार्च।
पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग हरियाणा द्वारा 37वीं राज्य पशुधन प्रदर्शनी का आयोजन 13 से 15 मार्च तक एनएडीआरआई करनाल के मेला ग्राउंड में किया जाएगा।  पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग के उपनिदेशक डॉ. डीएस सिंधु ने बताया गया कि प्रदर्शनी में मूर्रा भैंस की जाति के झोटे व झोटी (2 से 4 दांत), दुधारू भैंस, शुष्क भैंस, कटड़ा व कटड़ी (1 से 2 वर्ष), हरियाणा, साहीवाल, थारपारकर, गिर व क्रॉस गाय जाति के सांड, दुधारू गाय, शुष्क गाय व बहड़ीया (2 से 4 दांत) तथा हरियाणा जाति के बैलों की जोड़ी भाग ले सकती हैं। इसके अलावा गौशाला के हरियाणा व साहिवाल जाति की दुधारू व शुष्क गाय भी भाग लेंगी। 
उन्होंने बताया कि घोड़ा जाति के पशु (2 या अधिक दांत) व ऊंट जाति के पशुओं को भी प्रदर्शनी में शामिल किया जाएगा। इसके अतिरिक्त पशुपालक भेड़ जाति (नाली व हिसार डेल नस्ल) तथा बकरी जाति के पशु (3 के समूह में) प्रदर्शनी में ले जाकर लाभ उठा सकते हैं। शुकर जाति के पशु (योर्कशायर व लैण्डरेस नस्ल) 3 के समूह में भाग ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में भाग लेने वाले सभी पशुओं का पंजीकरण व टैग लगवाना अनिवार्य है। पशुओं के पंजीकरण व अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी पशु चिकित्सक से संपर्क करें। डॉ. सिंधु ने बताया कि प्रदर्शनी में अव्वल रहने वाले पशुओं को केटेगरी अनुसार प्रथम, द्वितीय, तृतीय, सांत्वना पुरस्कार व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। प्रर्दशनी में विशेषज्ञों द्वारा पशुपालन एवं डेयरी संबंधी कार्यों की उपयोगी जानकारी दी जाएगी ताकि किसान इस व्यवसाय से जुडक़र ज्यादा मुनाफा कमा सकें। उन्होंने पशुपालकों से आह्वïान किया है कि किसान अपने उच्च कोटि के पशुओं को 12 मार्च को सायं 5 बजे से पहले प्रदर्शनी ग्राउंड पहुंचकर अपने पशुधन का पंजीकरण अवश्य करवाएं तथा स्वयं भी अधिक से अधिक पशु प्रदर्शनी में भाग लेकर पशुपालन संबंधी स्कीमों की जानकारी का लाभ उठाएं।