यूनिक हरियाणा लोहारू,
संपूर्ण देश में 21 दिन के लॉक डाउन के चलते गरीब और स्लम बस्ती के लोगों की राशन संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए लोहारू में मीडियाकर्मियों और समाज सेवी लोगों ने सहायता के हाथ बढ़ाए हैं। लोहारू के सेनानी नाम से संगठन का गठन करके शहर के करीब दो दर्जन से अधिक लोगों ने शनिवार को एसडीएम जगदीश चंद्र के सहयोग से लोहारू शहर की झुग्गी बस्तियों और जरूरतमंदों को उनके घरों में जाकर सामाजिक दूरी के नियम की पालना करते हुए राशन सामग्री का वितरण किया। एसडीएम जगदीश चंद्र ने मीडियाकर्मियों और समाज सेवी लोगों की इस पहल का सराहना की तथा कहा कि देश में आए इस महामारी के संकट में किसी भी जरूरत मंद व्यक्ति के समक्ष राशन सामग्री की कमी की नौबत नही आने दी जाएगी। राशन वितरण से लोगों के हाथों को सेनिटाइज किया गया तथा मास्क आदि देकर सफाई पर ध्यान देने की अपील भी की गई।
वितरित किए गए राशन किट में आटा, दाल, चावल, सरसों का तेल, मशालें, चीनी और चाय पत्ती को शामिल किया गया है। आज प्रथम दिन शहर के करीब दो दर्जन से अधिक जरूरतमंद परिवारों को ये राशन किट प्रदान किए गए। राशन किट हासिल करने वाले परिवार के सदस्यों ने कहा कि उनका मजदूरी का कार्य भी बंद हो गया, जिसके कारण उनके सामने राशन सामग्री की समस्या पैदा हो गई थी। उनको राशन मिल गया है, अब उनका गुजारा आराम से हो जाएगा।
बता दें कि लोहारू में मीडिया कर्मी सुनील शर्मा, महासिंह श्योराण, कमल किशोर सैनी, मा. पवन स्वामी और उमेद जांगिड़ ने व्हाटसअप पर शहर के समाजसेवी लोगों को शामिल करते हुए लोहारू के सेनानी नाम से गु्रप बनाया और शहर के विभिन्न वार्डांे में जरूरतमंद लोगों की पहचान करना शुरू किया। विभिन्न गणमान्य लोगों की मदद से शहर की झुग्गी बस्ती, स्लम एरिया और निम्र तबके के ऐसे लोगों की सूची तैयार करनी शुरू की जो कचरा व कबाड़ बीनकर, घरों में पोंछा आदि लगाकर व रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पेट पालते हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देश में 21 दिन का लॉक डाउन हैं जिसके कारण इन जरूरतमंद लोगों के पास अब रोजगार का साधन नही होने के कारण परिवार के सदस्यों के लिए राशन सामग्री जुटाना मुश्किल हो गया है। लोहारू के सेनानी संगठन के लोगों ने शहर के समाज सेवी लोगों से आर्थिक मदद जुटाकर जरूरतमंद लोगों के लिए राशन सामग्री वितरण करने का कार्य शुरू कर दिया है।
21 दिन के लॉक डाउन के बीच जरूरतमंदों की मदद के लिए मीडिया कर्मी और समाजसेवियों आए आगे