हिसार, 25 सितंबर।
मुख्य चिक्तिसा अधिकारी डॉ. रत्ना भारती ने कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार ने कोरोना बीमारी को महामारी घोषित किया हुआ है। इसके तहत जो बिना लक्षण वाले कोरोना के मरीज पॉजिटिव पाए जाते हैं, ऐसे कोरोना मरीजों के आग्रह पर उन मरीजों को उनके घर पर ही होम आईसोलेट करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा होम आइसोलेट टीमों को गठन किया गया है।
उन्होंने बताया कि कोरोना मरीजों का सुपरविजन व मॉनिटरिंग करने के लिए शहर क्षेत्र में तीन टीमें पहले से ही कार्यरत हैं। इसी के तहत कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के कारण होम आइसोलेट मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। इसके बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मिशन निदेशक एनएचएम के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा आईसोलेशन विजिट के लिए शहर एरिया के लिए 9 और होम आईसोलेशन टीमों का गठन किया गया है।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए डिप्टी सिविल सर्जन ने जया गोयल ने बताया कि ये टीमें कोरोना पॉजिटिव मरीजों के घरों में जाकर निरीक्षण करेंगी कि क्या मरीज के घर में एक से ज्यादा कमरे हैं या नहीं, अलग से बाथरूम है या नहीं। निरीक्षण के दौरान यदि मरीज का घर होम आईसोलेशन के निर्देशों की शर्तों के के पूरा करता है और परिवार कोई अन्य स्वस्थ सदस्य जो कि मरीज का पूरी तरह से ध्यान रख सके। इसके अलावा परिवार के सभी सदस्य मरीज से दूरी बनाकर रखें तथा मरीज को टीम के द्वारा उपलब्ध करवाई गई दवाईयां और प्लस ऑक्सीमीटर आदि सम्मान का ध्यान रखा जा सके तो उस सदस्य की जिम्मेवारी पर टीम द्वारा कोरोना पॉजिटिव मरीज को होम आईसोलेट किया जाता है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा आयुष विभाग द्वारा कोरोना पॉजिटिव होम आईसोलेट मरीज को काढ़ा भी उपलब्ध करवाया जाता है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा अधिकारियों द्वारा फोन पर बात करके मरीजों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली जाती है। डॉ. जया गोयल ने बताया कि होम आइसोलेशन के नए निर्देशानुसार 65 साल से ऊपर की आयु के मरीज को होम आइसोलेट नहीं किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा आईसोलेशन विजिट के लिए 9 अतिरिक्त आईसोलेशन टीमों का किया गठन
• Rakesh