कैशलेस स्वास्थ्य योजना में इलाज खर्च की ऊपरी सीमा खत्म, नए ड्राफ्ट में कई प्रावधान

चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने कर्मचारियों के लिए व्यापक कैशलेस स्वास्थ्य योजना की ऑपरेशनल गाइडलाइन का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। ड्राफ्ट को लेकर 15 दिन में आपत्तियां व सुझाव मांगे गए हैं। योजना में कर्मचारियों के साथ पेंशनर्स और उनके आश्रितों को भी लाभ मिलेगा। अभी तक सरकार सिर्फ कर्मचारियों व उनके आश्रितों के इलाज पर होने वाला खर्च ही उठा रही थी। नए ड्राफ्ट में लाखों पेंशनर्स और उनके आश्रितों को भी शामिल किया गया है। साथ इलाज में खर्च की ऊपरी सीमा खत्म कर दी गई है। अभी 5 लाख रुपये तक ही सरकार इलाज पर खर्च राशि का भुगतान करती है। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य की ओर से जारी ड्राफ्ट अनुसार कैशलेस इलाज योजना आईटी आधारित होगी। आधार व अन्य स्रोतों से कर्मचारियों का डिजिटल डाटा बेस बनाया जाएगा। जिससे कर्मचारी, पेंशनर्स व आश्रितों के ऑनलाइन सत्यापन में कोई दिक्कत नहीं आएगी। अभी लागू योजना आईटी आधारित नहीं है। जिससे कर्मचारियों को इलाज पर खर्च राशि मिलने में काफी समय लग जाता है। चूंकि, बिल तैयार कर जमा कराने होते हैं। कैशलेस योजना में बिल का झंझट ही खत्म हो जाएगा, सभी कर्मचारियों, पेंशनर्स व आश्रितों को कार्ड मिलेगा। सर्व कर्मचारी संघ इस मांग को लंबे समय से उठा रहा था। संघ के राज्य अध्यक्ष सुभाष लांबा ने कहा कि ड्राफ्ट की आधिकारिक कॉपी नहीं मिली है। मिलते ही अध्ययन कर सरकार को सुझाव देंगे व व्यवहारिक दिक्कतें भी बताई जाएंगी।


आयुष्मान भारत स्वास्थ्य सुरक्षा प्राधिकरण ने बनाया ड्राफ्ट


कैशलेस योजना का ड्राफ्ट आयुष्मान भारत हरियाणा स्वास्थ्य सुरक्षा प्राधिकरण ने तैयार किया है। ड्राफ्ट की कॉपी सभी प्रशानिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, मण्डलायुक्तों व डीसी इत्यादि को भेजी गई है। वे सभी कर्मचारियों, पेंशनर्स व आश्रितों और कर्मचारी संगठनों से सुझाव लेंगे। अच्छे सुझावों को शामिल किया जाएगा व आपत्तियों को दूर करने की पूरी कोशिश होगी।


योजना में शामिल मुख्य बिंदु


--योजना व्यापक होगी। सिर्फ छह बीमारियों कार्डियक एमरजेंसी, ब्रेन हैमरेज, कोमा, इलेक्ट्रिक शॉक, कैंसर तीसरा, चौथा चरण व दुर्घटना के लिए ही नहीं, बल्कि सभी स्वीकृत पैकेज में शामिल बीमारियों के लिए भी लागू होगी।
--सभी मेडिकल कॉलेज, एडेड कॉलेज, जिला अस्पताल व सूचीबद्ध अस्पताल में लाभ उठा सकेंगे।
--आधार सक्षम प्रणाली से अनूठे कर्मचारी कोड व पीपीओ नंबर से लाभार्थियों का सत्यापन होगा।


चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा लागू कैशलेस योजना को सरकार तीन चरणों में लागू करेगी। पहले चरण में शामिल गंभीर छह बीमारियों को अगले चरण के लिए पायलट के तौर पर लिया जाएगा। दूसरे चरण में नियमित कर्मचारियों व उनके आश्रितों के सभी रोग कवर किए जाएंगे। तीसरे चरण में पेंशनर व उनके आश्रितों के सभी रोग कवर होंगे। ओपीडी सेवाओं, पुरानी बीमारियों व गैर सूचीबद्ध अस्पतालों में आपातकालीन उपचार को योजना में कवर नहीं किया जाएगा। धोखाधड़ी रोकने के लिए भी विस्तृत योजना बनाई गई है।