यूनिक हरियाणा हिसार, 4 अप्रैल।
कोविड-19 संक्रमण संकट के समय किसी तरह की भ्रामक सूचना से विकट स्थिति पैदा हो सकती है। अपुष्ट सूचनाओं से आम जनता में भ्रम की स्थिति पैदा ना हो , इस लिहाज से सरकारी एजेंसियां भी इस बात पर कड़ी निगरानी रख रही हैं कि गलत अथवा आधारहीन सूचनाओं का प्रेषण न हो। ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सुरेंद्र सैनी ने बताया कि सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखने के लिए हरियाणा के सूचना व जनसम्पर्क विभाग के निदेशक पीसी मीणा ने राज्य स्तरीय व जिला स्तरीय टीमों का गठन किया है जो फेसस्बुक, ट्विटर, यूट्यूब, वेब पॉर्टल्ज, न्यूज चैनल्ज व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नजर रखेंगी। इस संदर्भ में राज्य में हरियाणा पुलिस की साइबर सेल इस बात पर पहले से नजर रख रही है कि किसी भी तरह की भ्रामक सूचनाओं का प्रेषण न हो।
उन्होंने कहा कि आमजन को भी सोशल मीडिया अथवा अन्य कहीं से मिली कोई सूचना भ्रामक अथवा तथ्यों से परे लगती है तो वह इसकी सूचना पुलिस व स्थानीय प्रशासन को दे तथा डीआईपीआरफैक्टचेक एट जीमेल डॉट कॉम पर भी भेज सकता है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाह या बिना पुष्टि गलत पोस्ट करने या फारवर्ड करने वालो खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के साथ साथ आईटी एक्ट व एपिडेमिक एक्ट में मामला दर्ज हो सकता है। कानून में इसके लिए सजा का प्रावधान है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है और सभी से अपील भी है कि वे सहयोग करें और सोशल मीडिया पर कोई भी पोस्ट या फॉरवर्ड जिम्मेदारी के साथ ही करें ताकि इस वैश्विक संकट में भ्रम की स्थिति पैदा न हो।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई तो होगी कानूनी करवाई : डीआईपीआरओ